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Wednesday, September 17, 2025

'प्यासा कौआ' कहानी कैसे लिखें (How to write the 'Thirsty Crow' story)

      कहानी लिखना एक कला है। इसके लिए हमें सबसे पहले कहानी के बारे में चरणों (steps) में सोचना चाहिए। फिर प्रत्येक रण (step) के लिए एक या एक से अधिक वाक्य बनाने चाहिए। जब हम एक से अधिक वाक्यों को जोड़ते हैं तो बड़ी कहानी बनती है। एक-एक वाक्यों को लिखने से छोटी कहानी बनती है।

इसे 'प्यासा कौआ' कहानी से इस प्रकार से समझ सकते हैं- 



छोटी कहानी :

एक कौआ था। वह प्यासा था। उसने पानी खोजा। उसे एक घड़ा (मटका) मिला। घड़े में पानी थोड़ा था। उसे बगल में कंकड़ मिले। उसने घड़े में कंकड़ डाले और पानी ऊपर आ गया। कौए ने पानी पिया।

बड़ी कहानी :

एक कौआ था। वह आसमान में उड़ रहा था। उड़ते-उड़ते उसे प्यास लगी। वह पानी की तलाश में इधर-उधर देखने लगा। उसे कहीं भी पानी दिखाई नहीं दे रहा था। तभी उसे एक घड़ा (मटका) दिखाई दिया। वह घड़े के पास जाकर देखा तो उसमें पानी बहुत थोड़ा था। तभी उसके मन में एक विचार (आइडिया) आया। उसने बगल में कंकड़ देखे। उसने घड़े में कंकड़ डाले और इससे धीरे-धीरे पानी ऊपर आ गया। इस प्रकार कौए ने पानी पीकर अपनी प्यास बुझाई और उड़ गया।

Sunday, September 14, 2025

हिंदी वर्णमाला का क्रमबद्ध सुंदर प्रयोग

 ह्वाट्सएप से साभार 

कभी हिंदी वर्णमाला का क्रमबद्ध इतना सुंदर प्रयोग देखा है। आप भी अद्भुत अद्वितीय अविस्मरणीय कह उठेंगे...   

यह कविता जिसने भी लिखी प्रशंसनीय है।

"अ"चानक

"आ"कर मुझसे

"इ"ठलाता हुआ पंछी बोला

"ई"श्वर ने मानव को तो

"उ"त्तम ज्ञान-दान से तौला

"ऊ"पर हो तुम सब जीवों में

"ऋ"ष्य तुल्य अनमोल

"ए"क अकेली जात अनोखी

"ऐ"सी क्या मजबूरी तुमको

"ओ"ट रहे होंठों की शोख़ी

"औ"र सताकर कमज़ोरों को

"अं"ग तुम्हारा खिल जाता है

"अ:"तुम्हें क्या मिल जाता है.?

"क"हा मैंने- कि कहो

"ख"ग आज सम्पूर्ण

"ग"र्व से कि- हर अभाव में भी

"घ"र तुम्हारा बड़े मजे से

"च"ल रहा है

"छो"टी सी- टहनी के सिरे की

"ज"गह में, बिना किसी

"झ"गड़े के, ना ही किसी

"ट"कराव के पूरा कुनबा पल रहा है

"ठौ"र यहीं है उसमें

"डा"ली-डाली, पत्ते-पत्ते

"ढ"लता सूरज

"त"रावट देता है

"थ"कावट सारी, पूरे

"दि"वस की-तारों की लड़ियों से

"ध"न-धान्य की लिखावट लेता है

"ना"दान-नियति से अनजान अरे

"प्र"गतिशील मानव

"फ़"ल के चक्कर में 

"ब"न बैठे हो असमर्थ

"भ"ला याद कहाँ तुम्हें

"म"नुष्यता का अर्थ.?

"य"ह जो थी, प्रभु की

"र"चना अनुपम...

"ला"लच लोभ के 

"व"शीभूत होकर

"श"र्म-धर्म सब तजकर

"ष"ड्यंत्रों के खेतों में

"स"दा पाप-बीजों को बोकर

"हो"कर स्वयं से दूर

"क्ष"णभंगुर सुख में अटक चुके हो

"त्रा"स को आमंत्रित करते हुए

"ज्ञा"न-पथ से भटक चुके हो।

 🌹🌹🌹🌹

Tuesday, September 9, 2025

संज्ञा शब्दों की रूपावली (Word form table of noun words)


हिंदी में संज्ञा शब्दों की रूपावली बनाने के लिए दो चीजें देखते हैं -

1. शब्द का अंतिम वर्ण

2. शब्द का लिंग

उदाहरण के लिए 'लड़का' शब्द का अंतिम वर्ण 'आ' है तथा यह 'पुल्लिंग' है ।
इसकी रूपावली निम्नलिखित प्रकार से बनाई जाती है -

.......

'आ' वर्ण वाले अधिकांश पुल्लिंग शब्दों की रूपावली इसी प्रकार से बनेगी, जैसे- घोड़ा, गधा, कैमरा, छाता, कपड़ा, दरवाजा, तोता, कौवा, कमरा आदि।


हिंदी में विविध स्रोतों से प्रत्यय (Hindi Suffixes from various Sources)

                                  (हिंदीतर/विदेशी विद्यार्थियों के लिए संक्षेप में) 

प्रत्यय (Suffix)

शब्दों के बाद में लगकर नया शब्द बनाने वाले शब्दांश (part of word) प्रत्यय कहलाते हैं। उदाहरण :

शब्द = शब्द + प्रत्यय

ज्ञानी = ज्ञान + ई

नगरीय = नगर + ईय  

पाठक = पाठ + अक

मानवता = मानव + ता  

बनावट = बन + आवट  

अच्छाई = अच्छा + ई

हिंदी में विविध स्रोतों से प्रत्यय (Hindi Suffixes from various Sources)

हिंदी में प्रत्यय (Suffixes) कई स्रोतों से आए हैं: संस्कृतप्राकृत/अपभ्रंशफारसीअरबीऔर अंग्रेज़ी। नीचे इनको समूहवार दिया जा रहा है:

1. संस्कृत/प्राकृत मूल के प्रत्यय

ये हिंदी के सबसे प्राचीन और मूल प्रत्यय हैं। उदाहरण :

-पन/पन → बचपनलड़कपनअपनापन

-त्व → देवत्वमित्रत्व

-मय (भरा हुआ) → सौंदर्यमयज्ञानमय

-शील (स्वभाव वाला) → कर्मशीलधर्मशील

-अन / -न → पठनलेखनगमन

2. अरबी/फारसी स्रोत के प्रत्यय

ये मध्यकालीन मुगलों के संपर्क से आए प्रत्यय हैं। उदाहरण :

-दार (धारक/रखने वाला) → ज़िम्मेदारहक़दारगुनहगार

-बाज़ (आसक्त/क्रीड़ा करने वाला) → कबूतरबाज़चालबाज़

-गिरी (व्यवहार/पेशा) → नेतागिरीदबंगई

-ख़ाना (स्थान) → किताबख़ानाअस्पतालख़ाना

-अत / -इयत → इंसानियतशराफ़तहक़ीक़त

-उल्लाह / -ल्लाह (धार्मिक नामों में) → अब्दुल्लाहहमदुल्लाह

3. अंग्रेज़ी स्रोत के प्रत्यय

आधुनिक काल में अंग्रेज़ी से सीधे हिंदी में आए प्रत्यय भी देखे जा सकते हैं। इनका प्रयोग अंग्रेजी शब्दों के साथ ही होता है। उदाहरण :

-इज़्म / -वाद → सोसलिज्म (समाजवाद), कैपिटलिज्म (पूँजीवाद)

-इस्ट / -वादी → फेमिनिस्ट (नारीवादी)कैपिटलिस्ट (पूँजीवादी)

-नेस / -ता / -पन → काइंडनेस (दयालुता)हैप्पीनेस (खुशी)

-शन / -करण → नेशनलाइज़ेशन (राष्ट्रीयकरण)

-लॉजी/-शास्त्र→ बायोलॉजी (जीवशास्त्र)सोशियोलॉजी (समाजशास्त्र)