क्षेत्र भाषाविज्ञान में कार्य करना (Working in Field Linguistics)
क्षेत्र भाषाविज्ञान में काम करने के लिए भाषाविज्ञान का प्रचुर
ज्ञान आवश्यक है। साथ ही नृविज्ञान (anthropology) और सामाजिक विज्ञान का ज्ञान
सहायक सिद्ध होता है। इसके अलावा व्यक्ति को भाषिक कौशलों का ज्ञान भी आवश्यक होता
है। वह जिस भाषा का अध्ययन करने जा रहा है, उस भाषा
की समाजसांस्कृतिक पृष्ठभूमि का पूर्व ज्ञान भी कर लेना चाहिए, क्योंकि पूर्व परिचय रहने से बाद में कम समस्याएं आती हैं।
भाषा विश्लेषण की समझ, जैसे- व्याकरण, ध्वनि व्यवस्था, अर्थव्यवस्था आदि के विश्लेषण का पर्याप्त मात्रा में बोध होना
आवश्यक होता है। साथ ही व्यक्ति को फील्ड वर्क का अनुभव भी होना चाहिए, जिससे यह पता चल सके की नए समुदायों में किस प्रकार से काम
किया जाता है तथा उनके साथ कैसे संबंध बनाते हैं।
क्षेत्र भाषाविज्ञान में काम करने के लिए विविध प्रकार के
मीडिया टूल्स और तकनीकों के प्रयोग का ज्ञान भी आवश्यक है, जैसे-
ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए प्रयुक्त उपकरणों के संचालन आदि का ज्ञान होना
चाहिए।
आज के समय में भाषाओं के डेटा के संग्रह और विश्लेषण के लिए
अनेक प्रकार के सॉफ्टवेयर भी विकसित हो गए हैं, जैसे- सेमोर, टूलबॉक्स, प्रात, वेवसर्फर आदि। इनके संचालन का
ज्ञान भी क्षेत्र भाषाविज्ञान के लिए काम करने में अत्यंत सहायक और उपयोगी सिद्ध
होता है।
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