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Tuesday, August 7, 2018

BA पाठ्यचर्या 2018-19 (July)


प्रथम सेमेस्‍टर

प्रश्नपत्र 01: भाषा और भाषाविज्ञान   (04 क्रेडिट)

क्र.सं.
विषय
अध्यापन
ट्यूटोरियल
इकाई - 1 भाषा
10
05
1
भाषा का अर्थ , भाषा की परिभाषा
02
01
2
भाषा की विशेषताएं
03
01
3
व्‍यक्ति बोली, बोली, उपभाषा और भाषा
02
02
4
वाचिक और लिखित भाषा
03
01
इकाई - 2  भाषाविज्ञान    
15
03
1
भाषाविज्ञान क्या है?
02
01
2
अनुप्रयुक्त भाषाविज्ञान
02
01
3
भाषाविज्ञान के अंग (स्‍वनविज्ञान,स्‍वनिमविज्ञान, रूपविज्ञान, वाक्‍यविज्ञान अर्थविज्ञान) 
03
01
4
भाषावैज्ञानिक अध्‍ययन की दिशाएं - वर्णानात्‍मक, तुलनात्‍मक, ऐतिहासिक
03
02
इकाई - 3 भाषा के  घटक
10
05
1
स्‍वनिम
02
01
2
रूप और रूपिम
02
01
3
शब्‍द और पद
02
01
4
पदबंध, उपवाक्य और वाक्‍य
02
01
5
अर्थ
02
01
इकाई - 4 भाषा का अन्य विषयों से संबंध
10
05
1
भाषा और समाज
03
01
2
भाषा और मन
03
01
3
भाषा और साहित्य
02
01
4
भाषा और कंप्यूटर
02
02

संदर्भ ग्रंथ :
1. Akmajian, A, Richard, D., Farmer, A.K., Harnish, R. M. (2010). Linguistics: An Introduction to    Language and communication. New Delhi: PHI.
2. Block, B. & Trager, G. L. (1972). Outline of Linguistic analysis. New Delhi: Munshiram Manoharlal.
3. Bloomfield, L. (2012). Language. Delhi: Motilal Banarasi Das.
4. Chomsky, N. (1986). Knowledge of Language: Its nature, origin, and use. New York: Praeger.
5. David, C. (2010). The Cambridge Encyclopedia of Language. Cambridge: Cambridge University Press.
6. Fromkin, V., & Rodman, R. (1998). An Introduction to Language. 6th edn, Fort Worth: Harcourt Brace.
7. Harnish, R. M., ed. (1994). Basic topics in the philosophy of language. Englewood Cliffs, N.J.: Prentice-Hall.
8. Hymes, D. H., ed. (1964). Language in culture and society. New York: Harper and Row.
9. Jakobson, R., & M. Halle. (1956). Fundamentals of Language, The Hague: Mouton.
10. Jespersen, O. (1924). The philosophy of grammar. London: Allen and Unwin.
11. Jesperson, O. (1968). Language: It’s Nature, Development and Origin.Otto, London: Allen and Unwin.
12. Katz, J. (1966). The philosophy of language. New York: Harper and Row.
13 Lyons, J. (1981). Language and Linguistics. London: C.U.P.
14. Owens, R. E. (1984). Language development: An introduction. Columbus, Ohio: Charles E.  Merrill  Publishing Co.
15. Robins, R. H. (1965). General Linguistics: An Introductory Survey. Bloomington, Indiana University Press.





प्रश्‍नपत्र 02: भारतीय भाषा चिंतक  (02 क्रेडिट)

क्र.सं.
विषय
अध्यापन
ट्यू.
इकाई 1 संस्कृतकालीन चिंतन और चिंतक
10
05
1
वैदिक भाषा चिंतन
02
02
2
यास्क और निरुक्त
02
01
3
मुनित्रय – पाणिनि, कात्यायन, पतंजलि
03
01
4
संस्कृत वैयाकरणिक परंपरा में ध्वनि, शब्द और वाक्य संबंधी प्रमुख अवधारणाएँ
03
01
इकाई 2 आधुनिक भारतीय भाषाचिंतक 
10
05
1
प्रमुख भाषा चिंतक – 1. सुनिति कुमार चटर्जी 2. उदय नारायण तिवारी 3. रामकृष्ण गोपाल भंडारकर 4. आचार्य देवेन्‍द्र नाथ शर्मा 5. रवींद्रनाथ श्रीवास्तव
05
02
2
प्रमुख हिंदी वैयाकरण - कामताप्रसाद गुरु, आचार्य किशोरी दास वाजपेयी, सूरजभान सिंह
05
03

संदर्भ ग्रंथ
1. Culler, J. (1986). Ferdinand de Saussure. 2nd edn, Ithaca, New York: Cornell University Press.
2. Geoffrey, S. (1980). Schools of Linguistics. London: Hutchinson.
3. Jespersen, O. (1924). The philosophy of grammar. London: Allen and Unwin.
4. Kapoor, Kapil. (2010). Dimensions of Panini Grammar.New Delhi : D.K. Printword (P) Ltd.
5. Lyons, J. (1970). Noam Chomsky. New York: Viking Press.
6. Mishra, Vidyaniwas. (1966). The Descriptive Technique of Panini.Mouton.
7. Robins, R.H. (1990). A Short History of Linguistics. London: Longman
8. अयंगार, वी.कृष्णस्वामी . (1981). पाणिनीय व्याकरण प्रवेश.  आगरा: उमा मेहरा एंड कंपनी.
9. अय्यर, के.ए.एस. (1991). भर्तृहरि का वाक्य पदीय.  जयपुर: राजस्थान हिंदी ग्रंथ अकादमी.
10.अरस्तू. (2003).काव्यशास्त्र . अनु. डॉ. नगेंद्र, इलाहाबाद: भारती भंडार.
11. देशपांडे, गणेश त्र्यंबक. (1961). भारतीय साहित्य शास्त्र . बंबई: पापुलर बुक डिपो.
12. मिश्र, विद्यानिवास, विद्यालंकार, अनिल, चतुर्वेदी, माणिकलाल. (1994). भारतीय भाषाशास्त्रीदय चिंतन,  जयपुर: राजस्थान हिंदी ग्रंथ अकादेमी.
13. मिश्र, विद्यानिवास. (1978). भारतीय भाषाशास्त्रीलय चिंतन की पीठिका, पटना: बिहार राष्ट्रयभाषा परिषद.
14. मीमांसक, युधिष्ठिर. (?). संस्कृत व्याकरण का इतिहास. वाराणसी: चौखंभा.
15. श्रीवास्तव, रवींद्रनाथ. (1984). भाषाशास्त्रा के सूत्रधार. नयी दिल्लीह: नेशनल पब्लिशिंग हाउस.
तृतीय सेमेस्‍टर

प्रश्‍नपत्र :  हिंदी भाषा (अनिवार्य प्रश्‍नपत्र 02 क्रेडिट)

क्र.सं.
विषय
अध्यापन
ट्यू.
इकाई 01 : हिंदी भाषा :विविध पक्ष
10
05
1
ऐतिहासिक: हिंदी भाषा का उद्वव और विकास
02
01
2
भौगोलिक: हिंदी की बोलियाँ और उनका क्षेत्र
02
01
3
प्रसारात्मक : हिंदी का मानकीकरण एवं आधुनिकीकरण 
02
01
4
प्रकार्यात्मक: राजभाषा, राष्ट्रभाषा, संपर्कभाषा एवं विश्वभाषा 
02
01
5
संवैधानिक: राजभाषा अधिनियम
02
01
इकाई 02 : हिंदी भाषा : स्वरूप और प्रयोग
10
05
1
हिंदी वर्णमाला , हिंदी वर्तनी
02
01
2
संधि और समास
02
01
3
हिंदी का  शब्दभंडार
02
01
4
हिंदी वाक्‍य (उद्देश्‍य, विधेय, अन्विति आदि)
02
01
5
आलेखन, टिप्पण, पत्राचार एवं पारिभाषिक शब्दावली   
02
01

संदर्भ-ग्रंथ
1.        गुरु, कामता प्रसाद. (1997). हिंदी व्याकरण. काशी :  नागरी प्रचारिणी सभा.
2.        तिवारी, भोलानाथ. (1979). हिंदी भाषा की संरचना. दिल्ली : वाणी प्रकाशन.
3.        श्रीवास्तव, रवींद्रनाथ. (1995). हिंदी भाषा : संरचना के विविध आयाम. नयी दिल्ली : राधाकृष्ण प्रकाशन.
4.  बाहरी , हरदेव  (2010). हिंदी भाषा, इलाहाबाद , अभिव्यक्ति प्रकाशन.
5.   Sharma, Aryendra. (1983). A Basic Grammar of Modern Hindi. New Delhi: Central Hindi Directorate.   
6. दास, ठाकुर (2007) कार्यालयीन हिंदी, जनवाणी प्रकाशन, दिल्‍ली
7. भाटिया, कैलाशचंद्र , प्रयोजनमूलक हिंदी : प्रक्रिया और स्‍वरूप (2005), तक्षशिला प्रकाशन, नई दिल्‍ली

प्रश्‍नपत्र 01: हिंदी व्याकरण (04 क्रेडिट)
क्र.सं.
विषय
अध्यापन
ट्यू.
इकाई 01 :  स्वर एवं व्यंजन
10
05
1
स्वर ध्वनियाँ - ह्रस्व, दीर्घ एवं  प्लुत स्वर
05
02
2
व्यंजन ध्वनियाँ -
वर्गीय ध्वनियाँ, वर्गीय ध्वनियों में घोषत्व एवं प्राणत्व,अंतस्थ ध्वनियाँ , ऊष्म ध्वनियाँ 
05
03
इकाई 02 :  संधि एवं समास 
10
05
1
संधि की परिभाषा
05
02
2
संधि के प्रकार - स्वर संधि,  व्यंजन संधि , विसर्ग संधि 
3
समास  की  परिभाषा
10
05
4
समास के प्रकार - द्वंद्व समास , द्विगु समास, तत्पुरुष समास, कर्मधारय समास, बहुव्रीहि समास,  अव्ययीभाव समास 
इकाई 03 : शब्द संरचना 
10
05
1
शब्द एवं पद 
02
01
2
उपसर्ग
03
01
3
प्रत्यय  - कृदंत प्रत्यय, तद्धित प्रत्यय, स्त्रीवाची प्रत्यय, पुरुषवाची प्रत्यय 
05
03
इकाई 04 :  वाक्‍य के घटक
10
05
1
उद्देश्‍य एवं विधेय
01
02
2
वाक्‍य की आवश्‍यकता – योग्‍यता, आकांक्षा, सन्निधि
02
01
3
वाक्‍य के प्रकार
04
01
4
वाक्‍य और अन्विति
03
01
संदर्भ-ग्रंथ
1.        अग्निहोत्री, रमाकांत. (2013). हिंदी: एक मौलिक व्याकरण. नयी दिल्‍ली : वाणी प्रकाशन.
2.         काचरू, यमुना. (1980). हिंदी का समसामयिक व्‍याकरण. नयी दिल्‍ली : मैकमिलन.
3.        कालरा, सुधा. (1971). हिंदी वाक्य विन्यास. इलाहाबाद : लोकभारती प्रकाशन.
4.        गुरु, कामता प्रसाद. (1997). हिंदी व्याकरण. काशी :  नागरी प्रचारिणी सभा.
5.        तिवारी, भोलानाथ. (1979). हिंदी भाषा की संरचना. दिल्ली : वाणी प्रकाशन.
6.        वाजपेयी, किशोरीदास. (1998). हिंदी शब्दानुशासन. काशी: नागरी प्रचारणी सभा.
7.        श्रीवास्तव, रवींद्रनाथ. (1995). हिंदी भाषा : संरचना के विविध आयाम. नयी दिल्ली : राधाकृष्ण प्रकाशन.
8.        सहाय, चतुर्भुज. (1979). हिंदी वाक्यसंरचना. वाराणसी : संजय बुक सेंटर.
9.        सिंह, सूरजभान. (2000). हिंदी का वाक्यात्मक व्याकरण. दिल्ली : साहित्य सहकार.
10.     Kachru, Yamuna. (2006). Hindi. Amsterdam: John Benjamin Publishing Company.
11.     Kaul, Omkar Nath. (2006). Modern Hindi Grammar. Springfield, USA: Dunwoody Press.
12.     McGregor, R. S. (1972).  Outline of Hindi Grammar. Delhi: OUP.
13.     Sharma, Aryendra. (1983). A Basic Grammar of Modern Hindi. New Delhi: Central Hindi Directorate.  

प्रश्‍नपत्र 02. लिपि और उसका भारतीय परिप्रेक्ष्‍य (02 क्रेडिट)
क्रम
विषय
अध्‍यापन
ट्यू.
इकाई -1 : लिपि : स्‍वरूप और विकास
10
05
1
लिपि : परिभाषा एवं स्‍वरूप
02
01
2
लिपि का उद्भवऔर विकास
02
02
3
लिपि के प्रकार- चित्रलिपि, भावलिपि, सूत्रलिपि, आक्षरिक लिपि और वर्णनात्‍मक लिपि
03
01
4
लिपि और भाषा का अंत:संबंध
03
01
इकाई-2 : लिपि : भारतीय परिप्रेक्ष्‍य
10
05
1
प्राचीन भारतीय लिपियां –  खरोष्‍ठी, ब्राह्मी
02
01
2
देवनागरी परिचय
02
02
3
देवनागरी लिपि : सुधार एवं मानकीकरण
03
01
4
स्‍वनिक लिप्‍यंकन
03
01




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