Total Pageviews

Saturday, November 30, 2019

45-Day Workshop on Proofing and Formatting

Central Institute of Indian Languages
भारतीय भाषा संस्थान
ANNOUNCEMENT
45-Day Workshop on Proofing and Formatting
Applications are invited for a “45-day Workshop on Proofing and Formatting” of Research Papers in Linguistics. The workshop may (tentatively) start from 16 December 2019 (5 days per week excluding Saturdays, Sundays and Government holidays). Interested candidates with knowledge / training on Linguistics may send the application along with copies of relevant documents by speed post/courier/e-mail to the address given below on or before 10 December 2019.
Address for communication
The Assistant Director
Central Institute of Indian Languages Manasagangothri, Hunsur Road
Mysore – 570006, Karnataka
Email: nchoudhary.ciil@gmail.com / ada-ciilmys@gov.in
The name of the shortlisted candidates will be announced on Institute’s website and communicated through email. Preference would be given to the candidates who have the following eligibility.
▪ Proficiency in English
▪ Proficiency in proofing, editing and reviewing manuscripts of Linguistics ▪ Proficiency in evaluating the quality and authenticity of the content
▪ Knowledge of Interlingual glossing
▪ Familiarity with International Phonetic Alphabet (IPA) symbols
▪ Knowledge of formatting in the given style sheet such as APA/LSA/MLA ▪ Knowledge of MS-Word and data inputting in Unicode
An honorarium of Rs.800/- will be paid per working day.
CIIL will reimburse the expenses (for outstation candidates) incurred towards travel (by 3AC / Non AC Bus) on production of onward and return tickets to Mysore. Candidates from within the city would be paid Rs.100/- per day as Local Conveyance. Accommodation will be provided on the campus (depending upon the availability) at a subsidized rate if requested in advance.
22-11-2019
     Click here for APPLICATION FORM
Dr. Narayan Choudhary Assistant Director (Admin) I/C

Wednesday, November 27, 2019

भाषा शिक्षण में त्रुटि विश्लेषण

विशेष- व्याख्यान
                                         विषय- भाषा शिक्षण में त्रुटि विश्लेषण
                                        वक्ता- प्रोफेसर उमाशंकर उपाध्याय
संकलन- गुलशन कुमार, एम.फिल भाषा प्रौद्योगिकी
भाषा शिक्षण
भाषा शिक्षण में एक शिक्षक होता है तथा दूसरा विद्यार्थी होता है और इसके अलावा वह भाषा होती है जो सिखाई जाती है। शिक्षण का वर्गीकरण किया जाता है मातृभाषा शिक्षण या अन्य भाषा शिक्षण मदर लैंग्वेज एंड अदर लैंग्वेज टीचिंग बच्चा मातृभाषा स्वतः सीख लेता है। स्कूल जाने की अवस्था आने तक मातृभाषा शिक्षण में बच्चा मात्र दो कौशल- सुनना एवं बोलना के माध्यम से भाषा को सुनकर समझना एवं बोलना सीख लेता है। भाषा के अन्य दो कौशल हैं- पढ़ना एवं लिखना इसका काम मातृभाषा शिक्षण के अंतर्गत विशेष रूप से किया जाता है इसका मुख्य काम अक्षर का ज्ञान करना होता है। वाचन की कला सीखना, अक्षर लेखन एवं लेखन कला का विकास करना। यह मातृभाषा शिक्षण में सिखाया जाता है। इसके दो भेद हैं-
द्वितीय भाषा शिक्षण और
 विदेशी भाषा शिक्षण
 आज अंग्रेजी विदेशी भाषा नहीं है यह भारत में आज द्वितीय भाषा के रूप में है विदेशी भाषा चाइनीस, जैपनीज, रुसियन आदि हैं। व्यक्ति जितनी अधिक उम्र भाषा सीखता है, जानता है वह उनके व्यक्तित्व तथा कैरियर के लिए लाभकारी होता है। इससे व्यक्ति अधिक सक्षम एवं जीवन दृष्टि अधिक व्यापक होती है।
मातृभाषा शिक्षण
  बालक जो घर पर बोलता एवं सीखता है वही भाषा स्कूल में नहीं सिखायी जाती है स्कूल में मानक स्टैंडर्ड भाषा सिखाई जाती है। भाषा कहने पर मन में मानक भाषा का ही रूप लेती है जो भाषा बोली घर में सुनते एवं बोलते हैं वही भाषा स्कूल में सिखाई जाए तो सीखने में अधिक दिक्कतें/परेशानी नहीं होंगी। इस प्रकार का अवसर बहुत कम आता है कि जो भाषा घर में बोलते हैं वही स्कूल में औपचारिक शिक्षा हो क्योंकि वहां मानक रूप सिखाए जाते हैं। पढ़ते समय मानक बोली और मानक भाषा में जो अंतर होता है वह अंतर सीखने में कठिनाइयां उत्पन्न करती हैं। सीखने की प्रक्रिया में व्यक्ति त्रुटि करता है। त्रुटियाँ सीखने की प्रक्रिया का अनिवार्य चरण है। यह एक प्रकार की सीढ़ी का काम करती है इसके द्वारा और ऊपर चढ़ते हैं और अधिक सीखते हैं त्रुटियाँ करना गलत नहीं है। त्रुटि अधिगम प्रक्रिया का अनिवार्य अंग है।
त्रुटि क्यों होती है?
त्रुटि करते समय ही व्यक्ति लक्ष्य भाषा, मातृभाषा, द्वितीय भाषा, अन्य भाषा तथा विदेशी भाषा तक पहुंचने के लिए त्रुटियों से होकर गुजरना पड़ता है। त्रुटि विश्लेषण Chomsky जेनरेटिव ग्रामर का परिणाम है। उसके बाद का विकास Chomsky कहते हैं एक ग्रामर का विकास किया है। घर में जो बोली जाती है उसका घर में इंटरलॉक किया जाता है अब समझने लगे एवं बोलने लगे। स्कूल में जो पढ़ रहे हैं जो मातृभाषा या प्रथम भाषा के नाम पर उनका ग्रामर अलग है उसका उच्चारण, वाक्य विन्यास और शब्दावली भिन्न होती है।  इसका मतलब यह है कि आप अपने मन को एक व्याकरण से दूसरे व्याकरण की ओर ले जा रहे हैं। Chomsky ने कहा कि भाषा का मामला मनोविज्ञान का मामला (कोग्नेटिव साइकोलॉजी) है।
प्रत्येक आदमी चाहता है प्रयत्न लाघव या शॉर्टकट क्योंकि एक भाषा हम जानते हैं। Chomsky के अनुसार जो नियम या व्याकरण आप पहले से जानते हैं वह द्वितीय भाषा एवं अन्य भाषा सीखते समय काम नहीं करेगा। 

Posts at KMI - DEC 2019

============================

Dear all,

The “Communal and Misogynistic Aggression in Hindi-English-Bangla [ComMA] Project" is looking to employ 6 full-time, contractual staffs on Post-DoctoralComputational Linguist and RA positions for a maximum period of 12 months. The details of the positions, qualifications etc are given in the attached file.

Interested and eligible candidates are invited to apply for one or more of these positions by going to the following form -

Deadline for applicationDecember 16, 2019; 23:59 IST]

Job LocationK.M. Institute of Hindi and Linguistics, Dr. Bhimrao Ambedkar University, Agra and Indian Institute of Technology - Kharagpur.

For any queries, contact: comma.kmi@gmail.com


--
Department of Linguistics
K.M. Institute of Hindi and Linguistics
Dr. Bhim Rao Ambedkar University
Agra

Friday, November 22, 2019

हिंदी-तुर्की शब्दकोश




Tuesday, November 12, 2019

शब्द स्रोत ज्ञान

विदेशी शब्द सूची : जानें कौन किस भाषा का शब्द है?

अंग्रेज (Angrej) किस भाषा का शब्द है? – डच भाषा
अखबार (Akhbar) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
अचार (Achar) किस भाषा का शब्द है? – पुर्तगाली भाषा
अदालत (Adalat) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
अमरूद (Amrood) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
अर्थशास्त्र (Arthashastra) किस भाषा का शब्द है? – ग्रीक भाषा
अलमारी (Almari) किस भाषा का शब्द है? – पुर्तगाली भाषा
अल्लाह (Allah) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
अस्पताल (Aspatal) किस भाषा का शब्द है? – अंग्रेजी भाषा
आईना (Aaina) किस भाषा का शब्द है? – फारसी शब्द
आमदनी (Aamdani) किस भाषा का शब्द है? – हिन्दी भाषा
आलपिन (Allpin) किस भाषा का शब्द है? – पुर्तगाली भाषा
आलू (Aloo) किस भाषा का शब्द है? – पुर्तगाली भाषा
इंडिया (India) किस भाषा का शब्द है? – ग्रीक भाषा
उर्दू (Urdu) किस भाषा का शब्द है? – तुर्की भाषा
एग्रीकल्चर (Agriculture) किस भाषा का शब्द है? – लैटिन भाषा
ऐनक (Ainak) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
औलाद (Aulad) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
खत (Khat) किस भाषा का शब्द है? – उर्दू भाषा
गमला (Gamla) किस भाषा का शब्द है? – पुर्तगाली भाषा
गलीचा (Galicha) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
गवाह (Gavah) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
गुंडा (Gunda) किस भाषा का शब्द है? – पश्तो भाषा
चश्मा (Chashma) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
चाकू (Chaku) किस भाषा का शब्द है? – तुर्की भाषा
चाबी (Chabi) किस भाषा का शब्द है? – पुर्तगाली भाषा
चाय (Chai) किस भाषा का शब्द है? – चीनी भाषा
जगरनॉट (Juggernaut) किस भाषा का शब्द है? – अंग्रेजी भाषा
जलेबी (Jalebi) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
टमाटर (Tamatar) किस भाषा का शब्द है? – हिन्दी भाषा
तकिया (Takiya) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
तबला (Tabla) किस भाषा का शब्द है? – अरबी-फारसी भाषा

तारीख (Tarikh) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
तोप (Top) किस भाषा का शब्द है? – तुर्की भाषा
दरोगा (Daroga) किस भाषा का शब्द है? – तुर्की भाषा
दवा (Dava) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
दिनार (Dinar) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
दीवान (Diwan) किस भाषा का शब्द है? – अरबी फारसी भाषा
दीवार (Diwar) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
दुकान (Dukaan) किस भाषा का शब्द है? – तुर्की भाषा
धम्म (Dhamm) किस भाषा का शब्द है? – पालि भाषा
नमक (Namak) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
नमस्कार (Namaskar) किस भाषा का शब्द है? – संस्कृत भाषा
पटाखा (Patakha) किस भाषा का शब्द है? – चीनी भाषा
पतलून (Patloon) किस भाषा का शब्द है? – पुर्तगाली भाषा
पर्यावरण (Paryavaran) किस भाषा का शब्द है? – फ्रांसीसी भाषा
पाती (Patti) किस भाषा का शब्द है? – हिन्दी भाषा
पिज़्ज़ा (Pizza) किस भाषा का शब्द है? – इतालवी भाषा
बजट (Budget) किस भाषा का शब्द है? – फ्रेंच भाषा
बटन (Batan) किस भाषा का शब्द है? – पुर्तगाली भाषा
बाल्टी (Balti) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा

बेगम (Begam) किस भाषा का शब्द है? – तुर्की भाषा
मानसून (Monsoon) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
मुगल (Mughal) किस भाषा का शब्द है? – तुर्की भाषा
मुहावरा (Muhavra) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
मोहनजोदड़ो (Mohenjodaro) किस भाषा का शब्द है? – सिंधी भाषा
मौसम (Mausam) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
रिक्शा (Riksha) किस भाषा का शब्द है? – जापानी भाषा
रिपोर्ताज (Reportaj) किस भाषा का शब्द है? – फ्रांसीसी भाषा
रेलगाड़ी (Railgadi) किस भाषा का शब्द है? – संकर भाषा (अंग्रेजी+हिन्दी)
रेस्तरां (Restara) किस भाषा का शब्द है? – फ्रेंच भाषा
रोशनदान (Roshandan) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
लालटेन (Lalten) किस भाषा का शब्द है? – अंग्रेजी भाषा
लीची (Lychee) किस भाषा का शब्द है? – चीनी भाषा
लूट (Loot) किस भाषा का शब्द है? – हिन्दी भाषा
वकील (Vakil) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
विज्ञान (Vigyan) किस भाषा का शब्द है? – हिन्दी भाषा
शक्कर (Shakkar) किस भाषा का शब्द है? – हिन्दी भाषा
शराब (Sharab) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
शर्करा (Sharkara) किस भाषा का शब्द है? – हिन्दी भाषा
शहद (Shahad) किस भाषा का शब्द है? – संस्कृत भाषा
शहीद (Shaheed) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
शादी (Shadi) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
शिव (Shiv) किस भाषा का शब्द है? – संस्कृत भाषा
सरकार (Sarkar) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
साइकोलॉजी (Saikoloji) किस भाषा का शब्द है? – ग्रीक भाषा
सिनेमा (Cinema) किस भाषा का शब्द है? – अंग्रेजी भाषा
सुबह (Subah) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
स्टेशन (Station) किस भाषा का शब्द है? – अंग्रेजी भाषा
हिंदी (Hindi) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
हिन्दू (Hindu) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
अंग्रेजी (Angreji) किस भाषा का शब्द है? – पश्चिम जर्मेनिक भाषा
आकाश (Aakash) किस भाषा का शब्द है? – इंडो-यूरोपियन भाषा
आदमी (Aadmi) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
आप (Aap) किस भाषा का शब्द है? – संस्कृत भाषा
आर्य (Arya) किस भाषा का शब्द है? – संस्कृत भाषा
इंग्लिश (English) किस भाषा का शब्द है? – पश्चिम जर्मेनिक भाषा
ईख (Eekh) किस भाषा का शब्द है? – हिन्दी भाषा
उपन्यास (Upanyas) किस भाषा का शब्द है? – संस्कृत भाषा
उर्दू (Urdu) किस भाषा का शब्द है? – तुर्की भाषा
एग्रोनॉमी (Agronomy) किस भाषा का शब्द है? – ग्रीक भाषा
औरत (Aurat) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
कबूतर (Kabootar) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
काजू (Kaju) किस भाषा का शब्द है? – पुर्तगाली भाषा
कारतूस (Kartus) किस भाषा का शब्द है? – फ्रांसीसी भाषा
कालीन (Kalin) किस भाषा का शब्द है? – तुर्की भाषा
किताब (Kitab) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
खो खो (Kho Kho) किस भाषा का शब्द है? – हिन्दी भाषा
जीरो (Zero) किस भाषा का शब्द है? – संस्कृत भाषा
जेल (Jail) किस भाषा का शब्द है? – अंग्रेजी भाषा
ठग (Thag) किस भाषा का शब्द है? – संस्कृत भाषा
डेमोक्रेसी (Democracy) किस भाषा का शब्द है? – ग्रीक भाषा
तलाक (Talaq) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
त्सुनामी (Tsunami किस भाषा का शब्द है? – जापानी भाषा
दरोगा (Daroga) किस भाषा का शब्द है? – तुर्की भाषा
नगाड़ा (Nagada) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
पानी (Pani) किस भाषा का शब्द है? – संस्कृत भाषा
पार्लियामेंट (Parliament) किस भाषा का शब्द है? – संस्कृत भाषा
पुलिस (Police) किस भाषा का शब्द है? – फ्रांसीसी भाषा
बाजार (Bazaar) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
भजन (Bhajan) किस भाषा का शब्द है? – संस्कृत भाषा
मकतब (Maktab) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
मस्तूल (Mastul) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
मेसोपोटामिया (Mesopotamia) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
राष्ट्र (Rashtra) किस भाषा का शब्द है? – हिन्दी भाषा
रेल (Rail) किस भाषा का शब्द है? – अंग्रेजी भाषा
रोटी (Roti) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
लाश (Lash) किस भाषा का शब्द है? – तुर्की भाषा
लिंग (Ling) किस भाषा का शब्द है? – संस्कृत भाषा
शुक्रिया (Shukriya) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
संतरा (Santra) किस भाषा का शब्द है? – पुर्तगाली भाषा
संस्कृत (Sanskrt) किस भाषा का शब्द है? – संस्कृत भाषा
Whatsapp से...

सूनामी (Sunami) किस भाषा का शब्द है? – जापानी भाषा
स्कूल (School) किस भाषा का शब्द है? – अंग्रेजी भाषा
स्पुतनिक (Sputnik) किस भाषा का शब्द है? – रूसी भाषा
हकीम (Hakim) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा
हिंदी (Hindi) कौन सी भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
हिंदुस्तान (Hindustan) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
कैंची (Kainchi) किस भाषा का शब्द है? – तुर्की भाषा
कूपन (Coupon) किस भाषा का शब्द है? – अंग्रेजी भाषा
पलक (Palak) किस भाषा का शब्द है? – फारसी भाषा
कुर्सी (Kursi) किस भाषा का शब्द है? – अरबी भाषा

Saturday, November 9, 2019

Exceptions to Copyright

Overview

As well as owning copyright works yourself, you may wish to make use of someone else’s copyright protected works. There are certain very specific situations where you may be permitted to do so without seeking permission from the owner. These can be found in the copyright sections of the Copyright, Designs and Patents Act 1988 (as amended).

Non-commercial research and private study

You are allowed to copy limited extracts of works when the use is non-commercial research or private study, but you must be genuinely studying (like you would if you were taking a college course). Such use is only permitted when it is ‘fair dealing’ and copying the whole work would not generally be considered fair dealing.
The purpose of this exception is to allow students and researchers to make limited copies of all types of copyright works for non-commercial research or private study. In assessing whether your use of the work is permitted or not you must assess if there is any financial impact on the copyright owner because of your use. Where the impact is not significant, the use may be acceptable.
If your use is for non-commercial research you must ensure that the work you reproduce is supported by a sufficient acknowledgement.


पूरा पढ़ने के लिए यहाँ जाएँ-
https://www.gov.uk/guidance/exceptions-to-copyright



Sufficient acknowledgement

In relation to certain exceptions, if you are making use of that exception to copy someone else’s work it is necessary for you to sufficiently acknowledge their work. For example, where you have copied all or a substantial part of a work for the purposes of criticism or review, or where the use was for the purposes of news reporting.
However such acknowledgement is not required where it is impossible for reasons of practicality.

Fair dealing

Certain exceptions only apply if the use of the work is a ‘fair dealing’. For example, the exceptions relating to research and private study, criticism or review, or news reporting.
‘Fair dealing’ is a legal term used to establish whether a use of copyright material is lawful or whether it infringes copyright. There is no statutory definition of fair dealing - it will always be a matter of fact, degree and impression in each case. The question to be asked is: how would a fair-minded and honest person have dealt with the work?
Factors that have been identified by the courts as relevant in determining whether a particular dealing with a work is fair include:
  • does using the work affect the market for the original work? If a use of a work acts as a substitute for it, causing the owner to lose revenue, then it is not likely to be fair
  • is the amount of the work taken reasonable and appropriate? Was it necessary to use the amount that was taken? Usually only part of a work may be used
The relative importance of any one factor will vary according to the case in hand and the type of dealing in question.

Wednesday, November 6, 2019

वेदांग और भाषा चिंतन


 वेदांग और भाषा चिंतन  
वेद को ज्ञान का पर्याय माना गया है। वेद आर्य सभ्यता के आदि ग्रंथ हैं। इनमें तत्कालीन आर्चायों/ऋषियों आदि द्वारा मानव जीवन और तात्कालिक ज्ञान से संबंधित अनेक बातें की गई हैं।
वेदों के बाद वेदांगों की बात की जाती है। संस्कृत आचार्यों द्वारा 06 वेदांग माने गए हैं, जो इस प्रकार हैं-
शिक्षा, कल्प, व्याकरण, निरुक्त, छंद और ज्योतिष।
इनमें से 04 भाषा से संबंधित हैं। इन चारों को संक्षेप में इस प्रकार से समझा जा सकता है-
शिक्षा : इनका संबंध ध्वनि से है। इनमें मंत्रों के शुद्ध और सम्यक उच्चारण के लिए आवश्यक ध्वनि संबंधी ज्ञान की चर्चा की गई है। शिक्षा के बारे में निम्नलिखित बिंदु उल्लेखनीय हैं-
  स्वरवर्णोपदेशक शास्त्र। (विष्णुमित्र)
  वर्णस्वराद्युच्चारणप्रकारो यत्रोपदिश्यते सा शिक्षा।
  (ऋग्वेदभाष्यभूमिका, सायण)
  (स्वर और व्यंजन के उच्चारण प्रकार का जिसमें निरूपण हो, वह शिक्षा है।)
  पाठक/वक्ता के दोष: बोलने में शीघ्रता, गायन, सिर हिलाना, बिना अर्थ समझे पढ़ना आदि।
  पाठक/वक्ता के गुण: मधुरता, अक्षरों की स्पष्टता, उचित स्वर आदि।
  डॉ. सिद्धेश्वर वर्मा- संख्या 65।
  इसी के समानांतर प्रातिशाख्य की भी चर्चा जिसे आधुनिक भाषावैज्ञानिकों द्वारा अनुप्रयुक्त भाषाविज्ञान (Applied Linguistics) कहा गया है।
  वेदों की 130 शाखाएँ। इनमें उच्चारण संबंधी भेद। उनका विश्लेषण और निर्धारण।

व्याकरण : इसका संबंध पद और वाक्य रचना के नियमों की व्याख्या करना है। इसके अंतर्गत शब्द-वर्गीकरण (धातु-प्रातिपादिक आदि), संधि, समास, कारक सहित पद एवं वाक्य से जुड़े सभी बातें आती हैं। व्याकरण के बारे में निम्नलिखित बिंदु उल्लेखनीय हैं-
  मुखं व्याकरणं स्मृतम्।
  महाभाष्य में व्याकरण के अनेक प्रयोजनों की बात।
  दो बातें-
  लघु (=भाषा सीखने का लघु मार्ग);
  असंदेह (=भाषा संबंधी संदेह का निवारण व्याकरण द्वारा)
  सर्वप्रसिद्ध व्याकरणाचार्य : पाणिनि .....(विस्तृत चर्चा बाद में)
  इनके बाद कात्यायन और पतंजलि
  (मुनित्रय)

निरुक्त : इसका संबंध शब्दों की व्युत्पत्ति से है। एक कालखंड से दूसरे कालखंड (जैसे- वैदिक संस्कृत से लौकिक संस्कृत) तक पहुँचते-पहुँचते भाषा में बहुत शब्दों के रूप या अर्थ बदल जाते हैं। संस्कृत के साथ भी यह स्थिति देखी जा सकती है। इस कारण शब्दों के क्रमिक रूप, उनमें हुए परिवर्तन आदि की व्याख्या निरुक्त की गई। निरुक्त के बारे में निम्नलिखित बिंदु उल्लेखनीय हैं-
वर्णागमों वर्णविपर्ययश्च द्वौ चापरो वर्णविकारनाशौ।
धातोस्तदर्थातिशयेन योगस्तदुच्यते पंचविधं निरुक्तम्॥
  (वर्णागम, वर्ण-विपर्यय, वर्ण-विकार, वर्ण-नाश (लोप) और धातु का अर्थ-विस्तार, निरुक्त के पाँच भेद हैं)
  दो खंड
  निरुक्त : व्युत्पत्ति, प्रकृति-प्रत्यय विभाग का विवेचन।
  निघंटु : वैदिक शब्दों का कोश।

छंद : इसमें वैदिक मंत्रों का सम्यक पाठ की व्यवस्था बताई जाती है। चूँकि आज के समय के छंद का संबंध साहित्य से है, इसलिए यहाँ विस्तार नहीं दिया जा रहा है।

Sunday, November 3, 2019

Friday, November 1, 2019

मद एवं विन्यास && मद एवं प्रक्रिया (हॉकेट)

हॉकेट (C. F. Hockett) 
हॉकेट ने भाषा के स्वनिमिक, रूपिमिक और वाक्य स्तरों पर काम किया और ‘A Manual of Phonology’ (1955) तथा ‘A Course in Modern Linguistics’ (1958) पुस्तकों की रचना की। इस क्रम में 1954 ई. में प्रकाशित उनका एक आलेख ‘Two Models of Grammatical Description’ भी महत्वपूर्ण है, जिसमें सुप्रसिद्ध ‘Item and Arrangement’ (मद एवं विन्यास) तथा ‘Item and Process’ (मद एवं प्रक्रिया) सिद्धांत दिए गए हैं।
Item and Arrangement (मद एवं विन्यास)
जब किसी भाषिक रचना के निर्माण में एक से अधिक मदों का प्रयोग किया जाता है, तो उन्हें और उनकी व्यवस्था को विश्लेषित करने की व्यवस्था ‘Item and Arrangement’ (मद एवं विन्यास) है।
उदाहरण-
शब्द             मद-1 +       मद2
भाषाएँ-         भाषा   +       एँ
सड़कों –       सड़क +       ओं
Item and Process (मद एवं प्रक्रिया)
कुछ भाषिक रचनाओं के निर्माण में एक से अधिक मदों के योग के साथ कोई प्रक्रिया भी होती है। ऐसी रचनाओं का विश्लेषण करते हुए उनमें लगें हुए मदों के साथ उनके निर्माण की प्रक्रिया भी बतानी होती है।
उदाहरण-
शब्द             मद-1 +       मद2    प्रक्रिया
कौए    -        कौआ +       ए        (आ>ए)
लड़कों –       लड़का          +       ओं     (आ>ओं) 

रवींद्रनाथ श्रीवास्तव : संक्षिप्त परिचय


अनुप्रयुक्त भाषाविज्ञान : सिद्धांत एवं प्रयोग

लेखक- रवींद्रनाथ श्रीवास्तव
संपादक- बीना श्रीवास्तव