सैद्धांतिक भाषाविज्ञान के क्षेत्र में शोध/विश्लेषण
सैद्धांतिक
भाषाविज्ञान के क्षेत्र में सभी भाषायी स्तरों पर शोध किया जा सकता है, यथा-
- स्वन एवं स्वनिमवैज्ञानिक स्तर
- रूपवैज्ञानिक स्तर
- वाक्यवैज्ञानिक स्तर
- अर्थ एवं प्रोक्ति स्तर
1. उक्त प्रकार के शोध संरचनात्मक, प्रकार्यात्मक
और प्रजनक तीनों ही दृष्टि से किए जा सकते हैं ।
2. इन सभी भाषावैज्ञानिक स्तरों पर वर्णनात्मक, ऐतिहासिक एवं तुलनात्मक तथा व्यतिरेकी अध्ययन किए
जा सकते हैं।
इसे
एक उदाहरण के माध्यम से इस प्रकार से समझ सकते हैं -
अभ्यास-1
हिंदी
के संज्ञा पदबंध पर शोध
(क) संरचनात्मक
हिंदी
संज्ञा पदबंधों का संरचनात्मक विश्लेषण
मेरा
लड़का ->
PRI+NN
वह
लड़का ->
DEM+NN
अच्छा
लड़का ->
JJ+ NN
प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ->
NN+NNP
मेरा
अच्छा लड़का ->
PRI+JJ+NN
डेटा चयन एवं विश्लेषण-
<रमजान के पूरे तीस रोजों के बाद>NP1 <ईद>NP2
आयी है।
<कितना मनोहर, कितना सुहावना प्रभाव>NP1 है।
<वृक्षों पर>NP1 [संज्ञा + परसर्ग] <अजीब हरियाली>NP2 है, <खेतों
में>NP3 <कुछ अजीब रौनक>NP4 है,
<आसमान पर>NP5 <कुछ अजीब लालिमा>NP6
है।
<आज का सूर्य>NP1 देखो, कितना
प्यारा, कितना शीतल है,
यानी <संसार को>NP1
<ईद की बधाई>NP2 दे रहा है।
(संदर्भ- ईदगाह, प्रेमचंद)
(ख) प्रकार्यात्मक
हिंदी
संज्ञा पदबंधों की कारक भूमिकाओं का विश्लेषण
कारक
: भारतीय व्याकरण परंपरा के अनुसार 6 कारकों की बात की जाती है -
कर्ता
= K1,
कर्म = K2, करण = K3, संप्रदान
= K4, अपादान = K5, अधिकरण = K7
अधिकरण
के प्रकार- समयाधिकरण = K7t,
स्थानाधिकरण = K7p, विषयाधिकरण = K7s
<रमजान के पूरे तीस रोजों के बाद>NP1-K7t <ईद>NP2-K1
आयी है।
<कितना मनोहर, कितना सुहावना प्रभाव>NP1-K1
है।
(इसके विश्लेषण के लिए
समझें-
COPULA
SENTENCE
संज्ञा
+ संज्ञा + क्रिया = मोहन-NP1-K1f डॉक्टर-NP2-K1c/K2c
है-Cop।
संज्ञा
+ विशेषण + क्रिया = मोहन-K1f सुंदर-K1c/K2c है-Cop।
संज्ञा
+ क्रियाविशेषण + क्रिया = मोहन-K1f बाहर-K1c/K2c है-Cop।)
<वृक्षों पर>NP1-K7p [संज्ञा +
परसर्ग] <अजीब हरियाली>NP2-K1
है, <खेतों में>NP3-K7p
<कुछ अजीब रौनक>NP4-K1 है,
<आसमान पर>NP5-K7p <कुछ
अजीब लालिमा>NP6-K1 है।
<आज का सूर्य>NP1-K2 देखो, कितना प्यारा, कितना शीतल है,
यानी <संसार को>NP1-K4
<ईद की बधाई>NP2-K2 दे
रहा है।
(संदर्भ- ईदगाह, प्रेमचंद)
......................
अभ्यास-02
दिए
गए पाठ में से निम्नलिखित शब्द स्तरीय विश्लेषण करें-
(अ) कोशीय शब्द (LX) और रूपसाधित शब्द (IF) छाँटना
(आ) स्रोत भाषा के आधार पर शब्द छाँटना (TS/TD/DS/A.F/E)
(इ) शब्द की आंतरिक संरचना बताना
डेटा
साइंस: डेटा साइंस आज कई इंडस्ट्रीज का एक जरूरी हिस्सा है, जहां भारी मात्रा में डेटा का उत्पादन किया जाता है। कंपनियों ने अपने
बिजनेस को बढ़ाने और कस्टमर सैटिस्फैक्शन बढ़ाने के लिए डेटा साइंस तकनीक लागू
करना शुरू कर दिया है। डेटा साइंस प्रेडिक्टिव मॉडल बनाने के लिए जटिल मशीन
लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग करता है। डेटा साइंटिस्ट के रूप में काम करने के लिए,
किसी बिजनेस इनफार्मेशन सिस्टम, कंप्यूटर
साइंस, अर्थशास्त्र, इनफार्मेशन
मैनेजमेंट, मैथ्स और स्टेटिस्टिक्स विषयों में ग्रेजुएट या
पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री होनी चाहिए। भारत में डेटा साइंस के स्टडी के लिए अनेक बड़े
संस्थान हैं।
विश्लेषण
की विधि-
शब्द अ आ इ
डेटा LX E R
साइंस LX E R
आज LX TD R
कई LX H R
इंडस्ट्रीज IF E Industry + s
का LX H R
एक LX TD R
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