*धोखेबाजों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले 10 आम तरीके: सावधान रहें और सुरक्षित रहें*
धोखेबाज सभी उम्र के लोगों को निशाना बनाते हैं, लेकिन मध्यम आयु वर्ग और बुजुर्ग व्यक्ति विशेष रूप से असुरक्षित हैं। इन आम तरकीबों से सावधान और अवगत रहें:
1. *ट्राई फोन घोटाला*: धोखेबाज ट्राई से होने का दावा करते हैं, कहते हैं कि आपका मोबाइल नंबर अवैध गतिविधियों से जुड़ा है, और सेवाएँ निलंबित कर दी जाएँगी।
- वास्तविकता: ट्राई सेवाएँ निलंबित नहीं करता; दूरसंचार कंपनियाँ करती हैं।
2. *सीमा शुल्क पर पार्सल अटका हुआ*: घोटालेबाज दावा करते हैं कि प्रतिबंधित सामान वाला पार्सल रोक लिया गया है और भुगतान की माँग करते हैं।
- कार्रवाई: डिस्कनेक्ट करें और नंबर की रिपोर्ट करें।
3. *डिजिटल गिरफ्तारी*: नकली पुलिस अधिकारी डिजिटल गिरफ्तारी या ऑनलाइन पूछताछ की धमकी देते हैं।
- वास्तविकता: पुलिस डिजिटल गिरफ्तारी या ऑनलाइन पूछताछ नहीं करती।
4. *परिवार के सदस्य की गिरफ्तारी*: घोटालेबाज दावा करते हैं कि रिश्तेदार को गिरफ्तार किया जाएगा और भुगतान की माँग करते हैं।
- कार्रवाई: कार्रवाई करने से पहले परिवार के सदस्यों से पुष्टि करें।
5. *जल्दी अमीर बनें ट्रेडिंग*: सोशल मीडिया विज्ञापन स्टॉक निवेश पर उच्च रिटर्न का वादा करते हैं।
- वास्तविकता: उच्च रिटर्न वाली योजनाएं संभावित रूप से घोटाले हैं।
6. *बड़े पुरस्कारों के लिए आसान कार्य*: घोटालेबाज सरल कार्यों के लिए उच्च रकम की पेशकश करते हैं, फिर निवेश के लिए कहते हैं।
- वास्तविकता: आसान पैसे वाली योजनाएं घोटाले हैं।
7. *आपके नाम पर जारी क्रेडिट कार्ड*: नकली अधिकारी फर्जी क्रेडिट कार्ड पर बड़े लेनदेन की पुष्टि करते हैं।
- कार्रवाई: अपने बैंक से जांच करें।
8. *गलत तरीके से पैसे ट्रांसफर करना*: घोटालेबाज गलत लेनदेन का दावा करते हैं और रिफंड मांगते हैं।
- कार्रवाई: अपने बैंक से लेनदेन की पुष्टि करें।
9. *KYC समाप्त हो गया*: घोटालेबाज लिंक के माध्यम से KYC अपडेट मांगते हैं।
- वास्तविकता: बैंकों को व्यक्तिगत रूप से KYC अपडेट की आवश्यकता होती है।
10. *उदार कर वापसी*: धोखेबाज कर अधिकारी बनकर बैंक विवरण मांगते हैं।
- वास्तविकता: कर विभागों के पास पहले से ही बैंक विवरण हैं और वे सीधे संवाद करते हैं।
11. नग्न वीडियो कॉल : धोखेबाज वीडियो कॉल में कपड़े उतारकर रिकॉर्ड कर लेते हैं। फिर पैसे की मांग करते हैं।
वास्तविकता : कपड़े उन्होंने उतारे हैं तो उनकी गलती है। आपको डरने की जरूरत नहीं है।
*सुरक्षित रहें:*
1. कार्रवाई करने से पहले जानकारी सत्यापित करें।
2. संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
3. बैंकों के साथ लेन-देन की पुष्टि करें।
4. संदिग्ध कॉल/नंबर की रिपोर्ट करें।
5. उच्च-रिटर्न योजनाओं से सावधान रहें।
6. व्यक्तिगत रूप से केवाईसी अपडेट करें।
7. व्यक्तिगत/बैंक विवरण साझा न करें।
*घोटालों की रिपोर्ट करें:*
1. राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन (1930)
2. साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (cybercrime.gov.in)
3. स्थानीय पुलिस स्टेशन
4. 1930 साइबर अपराध शिकायत नंबर
जानकारी रखें, सतर्क रहें! (सोशल मीडिया से साभार)