निपात (Particle)
शब्दों या पदबंधों के साथ लगकर अतिरिक्त सूचना देने वाले
शब्द निपात कहलाते हैं। हिंदी में मूलतः तीन निपात हैं- ही, भी, तो।
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‘ही’ का प्रयोग ‘बल’ देने के लिए किया जाता है। वाक्य में जिस शब्द या पदबंध के
बाद इसका प्रयोग होता है, वह निश्चित हो जाता है।
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‘भी’ का प्रयोग अतिरिक्त का भाव देने के लिए किया जाता है। वाक्य
में जिस शब्द या पदबंध के बाद इसका प्रयोग होता है, वह वाक्य
के अर्थ में अतिरिक्त घटक के रूप में जुड़े होने का भाव प्रस्तुत करता है।
§
‘तो’ का प्रयोग विशेष रूप से दर्शाने या प्रस्तुत करने के लिए किया
जाता है। जिस पद के साथ इसका प्रयोग होता है, उसकी
विशिष्ट अभिव्यक्ति होती है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो इसका प्रयोग फोकस (focus) बढ़ाने
के लिए किया जाता है।
उदाहरण :
‘ही’ निपात
का प्रयोग :
(मूल वाक्य)
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माताजी
ने बाजार से बच्चों के लिए मिठाई खरीदी।
(निपात योग से निर्मित वाक्य)
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माताजी
ने ही बाजार से बच्चों के लिए मिठाई खरीदी।
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माता
जी ने बाजार से ही बच्चों के लिए मिठाई खरीदी।
§
माताजी
ने बाजार से बच्चों के लिए ही मिठाई खरीदी।
§
माताजी
ने बाजार से बच्चों के लिए मिठाई ही खरीदी।
‘भी’ निपात
का प्रयोग :
(मूल वाक्य)
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माताजी
ने बाजार से बच्चों के लिए मिठाई खरीदी।
(निपात योग से निर्मित वाक्य)
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माताजी
ने भी बाजार से बच्चों के लिए मिठाई खरीदी।
§
माता
जी ने बाजार से भी बच्चों के लिए मिठाई खरीदी।
§
माताजी
ने बाजार से बच्चों के लिए भी मिठाई खरीदी।
§
माताजी
ने बाजार से बच्चों के लिए मिठाई भी खरीदी।
‘तो’ निपात
का प्रयोग :
(मूल वाक्य)
§
माताजी
ने बाजार से बच्चों के लिए मिठाई खरीदी।
(निपात योग से निर्मित वाक्य)
§
माताजी
ने तो बाजार से बच्चों के लिए मिठाई खरीदी।
§
माता
जी ने बाजार से तो बच्चों के लिए मिठाई खरीदी।
§
माताजी
ने बाजार से बच्चों के लिए तो मिठाई खरीदी।
§
माताजी
ने बाजार से बच्चों के लिए मिठाई तो खरीदी।
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