त्रुटियाँ और भाषा के विविध संदर्भ
(क) भाषा का संरचनात्मक संदर्भ और
त्रुटियाँ
इसमें शब्दों, पदों, पदबंधों, उपवाक्यों और वाक्यों की संरचना के क्रम
में होने वाली त्रुटियाँ आती हैं। 
(ख) भाषा का बोधात्मक संदर्भ और
त्रुटियाँ
इसका संबंध भाषा और अर्थ संबंधी
इकाइयों के बोधन से है। यह मुख्य रूप से तब होता है, जब शिक्षार्थी की मातृभाषा और लक्ष्य
भाषा में प्रयुक्त पदों में संदर्भगत अंतर हो, जैसे-
हिंदी में अभिवादन- नमस्कार, प्रणाम, चरण स्पर्श
अंग्रेजी में अभिवादन- Hello, hay, good morning, good
evening
(ग) भाषा का सामाजिक संदर्भ और
त्रुटियाँ
इसमें सामाजिक संरचना में परिवर्तन
से भाषा प्रयोग में किए जाने वाले परिवर्तन संबंधी त्रुटियाँ आती हैं, जैसे- हिंदी में
आदरार्थक प्रयोग के लिए विकल्प हैं-
§ 
तुम जाओ। (सामान्य प्रयोग)
§ 
आप जाइए। (आदरार्थक प्रयोग)
लेकिन अंग्रेजी में दोनों के लिए
यही आता है-
§ 
You go.
अतः अंग्रेजी भाषी द्वारा हिंदी
सीखने पर आदरार्थक प्रयोग संबंधी त्रुटियाँ हो सकती है। 
 
 
 
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