हिंदी के सर्वनाम :
मैं हम तू तुम आप वह वे यह ये जो
रूपावली निर्माण :
(1) हिंदी सर्वनामों के रूप उनके साथ परसर्ग जोड़ने पर बनते
हैं। हिंदी के परसर्ग इस प्रकार हैं-
ने, को, से, में
पर, का (की/के = रा/री/रे)
सर्वनाम और
परसर्ग योग का उदाहरण :
मैं + ने =>
मैंने
मैं (मुझ) + को =>
मुझके, मुझे
(2) सर्वनामों के साथ ‘ही’ जोड़ने
पर भी उनका रूप बनता है, जैसे- मैं (मुझ) + ही = मुझी
हिंदी सर्वनाम और उनके रूपों की सूची :
ने को से का/की/के में पर ही
रा/री/रे
मैं [PR](11):
मैं, मैंने, मुझको, मुझे, मुझसे, मेरा, मेरी, मेरे, मुझमें, मुझपर, मुझी
हम [PR](11):
हम, हमने, हमको, हमें, हमसे, हमारा, हमारी, हमारे, हममें, हमपर, हम्हीं
तू [PR](11):
तू, तूने, तुझको, तुझे, तुझसे, तेरा, तेरी, तेरे, तुझमें, तुझपर, तुझी
तुम [PR](11):
तुम, तुमने, तुमको, तुम्हें, तुमसे, तुम्हारा, तुम्हारी, तुम्हारे, तुममें, तुमपर, तुम्हीं
आप [PR](09):
आप, आपने, आपको, आपसे, आपका, आपकी, आपके, आपमें, आपपर
वह [PR](13):
वह, उस, उसने, उसको, उसे, उससे, उसका, उसकी, उसके, उसमें, उसपर, उसी, वही
वे [PR](12):
वे, उन, उन्होंने, उनको, उन्हें, उनसे, उनका, उनकी, उनके, उनमें, उनपर, उन्हीं
यह [PR](13):
यह, इस, इसने, इसको, इसे, इससे, इसका, इसकी, इसके, इसमें, इसपर, इसी, यही
ये [PR](12):
ये, इन, इन्होंने, इनको, इन्हें, इनसे, इनका, इनकी, इनके, इनमें, इनपर, इन्हीं
जो [PR](21):
जो, जिस, जिसने, जिसको, जिसे, जिससे, जिसका, जिसकी, जिसके, जिसमें, जिसपर, जिन, जिन्होंने, जिन्हें, जिनसे, जिनका, जिनकी, जिनके, जिनमें, जिनपर, जिन्हीं
नोट : जो सर्वनाम के तिर्यकरूप एकवचन और बहुवचन दोनों में
बनते हैं, इसलिए इसके रूपों की संख्या अधिक हो जाती है।
PR = Pronoun
मैं सर्वनाम के साथ रूपों का वाक्य में प्रयोग :
मैं => मैं आम खा रहा हूँ।
मैंने => मैंने आम खाया।
मुझको => मुझको आम खाने के लिए चाहिए।
मुझे => मुझे आम खाने के लिए चाहिए।
मुझसे => मुझसे आम नहीं माँगना।
मुझमें => मुझमें इतनी बुद्धि नहीं है।
मुझपर => मुझपर
इतना बोझ मत डालो।
मेरा => मेरा काम हो जाएगा।
मेरी => मेरी लड़की का काम कर दीजिए ।
मेरे => मेरे काम के बारे में आपने क्या सोचा।
मुझी => हर बात मुझी से क्यों कहते हो?
हम सर्वनाम के साथ रूपों का वाक्य में प्रयोग :
हम => हम आम खा रहे हैं।
हमने => हमने आम खाया।
हमको => हमको आम खाने के लिए चाहिए।
हमें => हमें आम खाने के लिए चाहिए।
हमसे => हमसे आम नहीं माँगना।
हममें => हममें इतनी बुद्धि नहीं है।
हमपर => हमपर
इतना बोझ मत डालो।
हमारा => हमारा काम हो जाएगा।
हमारी => हमारी लड़की का काम कर दीजिए ।
हमारे => हमारे काम के बारे में आपने क्या सोचा।
हम्हीं => हर बात हम्हीं से क्यों कहते हो?
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