नकारात्मक निपात (Negative Particles)
‘न, नहीं, मत’ को नकारात्मक
निपात के रूप में रखा गया है। इनमें से ‘न’ का प्रयोग
ध्यान देने लायक है-
‘न’ का
प्रयोग वाक्य में दो रूपों में होता है- नकारात्मक अर्थ में और वाक्य के अंत में। वाक्य
के बीच में आने पर ‘न’ निपात ‘निषेध’ (negation)
का भाव देता है। वाक्य के अंत में ‘न’ का
प्रयोग होने पर यह वक्ता द्वारा श्रोता से सूचना निश्चित (confirm)
किए जाने संबंधी पूछने का अर्थ देता है।
उदाहरण :
§ तुम घर जाओगे न।
§ आज मेरा काम हो जाएगा न।
§ आप अगले साल तक यहां रहेंगे न।
§ अब तो मेरी बात मान गए न।
उपर्युक्त वाक्यों में हम देख सकते हैं कि ‘न’ का प्रयोग वाक्य
के अंत में हुआ है। इसके माध्यम से वक्ता श्रोता से सूचना को निश्चित (कंफर्म)
करना चाह रहा है। ’न’ के प्रयोग से बनने वाले सभी वाक्य प्रश्नवाचक ही होते हैं।
नकारात्मक निपातों में से ‘नहीं’ का प्रयोग सभी
प्रकार के वाक्यों में होता है-
उदाहरण :
§
वह
घर नहीं जा रहा है।
§
तुम
आम नहीं खाओगे।
§
तुम
आम नहीं खाओ।
§
इतना
भी खराब मौसम नहीं है!
‘मत’ और नकारात्मक
अर्थ में ‘न’ का प्रयोग केवल आदेशात्मक वाक्यों में होता है-
उदाहरण :
§
तुम
आम नहीं खाओ।
§
तुम
आम मत खाओ।
§ तुम आम न खाओ।
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