सर्वनाम (Pronoun)
सर्वनाम वह शब्द होता है जो संज्ञा के स्थान पर
प्रयुक्त होता है। इससे वाक्य को संक्षिप्त और स्पष्ट बनाया जाता है। साथ ही संज्ञा
की बार-बार पुनरावृत्ति नहीं होती।
सर्वनाम की
परिभाषा
जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किया जाए, उसे सर्वनाम कहते हैं।
उदाहरण:
- राम पढ़ाई कर रहा है। वह मेहनती लड़का है।
(यहाँ वह सर्वनाम है, जो राम के स्थान पर प्रयोग हुआ है।) - यह मेरी किताब है।
सर्वनाम के
प्रकार
सर्वनाम के प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं-
1. पुरुषवाचक सर्वनाम
जो व्यक्ति, वस्तु या प्राणी का बोध कराए।
यह तीन प्रकार के होते हैं:
- प्रथम पुरुष (बोलने वाला): मैं, हम।
- मध्यम पुरुष (सामने वाला): तुम, आप।
- उत्तम पुरुष (जिसकी बात हो रही हो): वह, वे।
उदाहरण: - मैं स्कूल जा रहा हूँ।
- तुम अच्छे हो।
- वह बाजार गया।
2. निजवाचक सर्वनाम
जो किसी व्यक्ति द्वारा स्वयं के लिए प्रयोग हो।
उदाहरण:
- मैंने स्वयं यह काम किया।
- वह खुद चला गया।
3. संबंधवाचक सर्वनाम
जो दो वाक्यों को जोड़ने के लिए प्रयोग हो और किसी
संबंध का बोध कराए।
उदाहरण:
- यह वह लड़का है जो हमेशा समय पर आता है।
- मुझे वह किताब चाहिए जो तुमने खरीदी।
4. प्रश्नवाचक सर्वनाम
जो किसी प्रश्न को व्यक्त करने के लिए प्रयोग हो।
उदाहरण:
- कौन आ रहा है?
- किसने यह काम किया?
- यह किसकी किताब है?
5. अनिश्चितवाचक सर्वनाम
जो किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध न कराए।
उदाहरण:
- कोई आया था।
- कुछ लोग बहुत अच्छे होते हैं।
- किसी ने दरवाजा खटखटाया।
6. निश्चयवाचक सर्वनाम
जो किसी निश्चित व्यक्ति, वस्तु या स्थान का बोध कराए।
उदाहरण:
- यह मेरा घर है।
- वह तुम्हारी पुस्तक है।
- ये बच्चे खेल रहे हैं।
7. परस्परवाचक सर्वनाम
जो परस्पर संबंध या क्रिया को व्यक्त करे।
उदाहरण:
- वे एक-दूसरे से बात कर रहे हैं।
- हमने आपस में निर्णय लिया।
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