दैनिक भास्कर से साभार
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https://www.bhaskar.com/db-original/news/from-the-publication-of-the-first-hindi-book-to-winning-the-international-booker-prize-know-how-the-journey-of-hindi-was-130312234.html
1803- प्रेम सागर, हिन्दी भाषा में प्रकाशित पहली पुस्तक
मान्यता है कि हिन्दी भाषा में प्रकाशित पहली किताब प्रेम सागर थी। यह पुस्तक लेखक लालू लाल ने लिखी थी। लालू फारसी और हिन्दी भाषा के ज्ञाता थे। हालांकि प्रेम सागर लालू की मूल रचना नहीं थी। यह चतुर्भुज मिश्रा की ब्रज भाषा में लिखी गई पुस्तक का हिन्दी अनुवाद थी। इस किताब में भगवान कृष्ण के जन्म और उनकी लीलाओं का वर्णन है।
1826- हिन्दी भाषा का पहला समाचार-पत्र था उदन्त मार्तण्ड
30 मई… इस दिन पूरा देश हिन्दी पत्रकारिता दिवस का उत्सव मनाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह विशेष दिन मनाने की वजह हिन्दी भाषा का पहला समाचार पत्र उदन्त मार्तण्ड है। जी हां...बात है 30 मई 1826 की। इसी दिन जुगल किशोर शुक्ला ने उदन्त मार्तण्ड नामक साप्ताहिक पत्र शुरू किया। जो कि हिन्दी भाषा का पहला समाचार-पत्र बना। उदन्त मार्तण्ड हिंदी समाचार दुनिया में सूर्य के समान था, क्योंकि इसने समाज में चल रहे विरोधाभासों पर प्रकाश डाला था और अंग्रेज़ी शासन के विरुद्ध आमजन की आवाज़ को उठाने का कार्य किया था।
1881- हिन्दी को अपनाने वाला भारत का पहला राज्य बना बिहार
स्वतंत्रता मिलने के 65 वर्ष पहले ही बिहार ने हिन्दी को राज्य की आधिकारिक भाषा बना दिया। बिहार पहला राज्य है, जिसने हिन्दी को आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया था। वर्ष 1881 में बिहार ने हिन्दी को आधिकारिक भाषा घोषित किया था। इससे पहले तक बिहार की आधिकारिक भाषा उर्दू थी।
1931- हिन्दी भाषा की पहली फिल्म, आलमआरा
भारतीय सिनेमा का आरंभ 1913 में हुआ था और इसके 18 साल बाद हिन्दी भाषा की पहली फिल्म आलमआरा प्रदर्शित हुई। आलम आरा फिल्म को अर्देशिर एम. ईरानी ने बनाया था। अर्देशिर ने 1929 में हॉलीवुड की एक बोलती फिल्म ‘शो बोट’ देखी और उनके मन में बोलती फिल्म बनाने की इच्छा जागी। पारसी रंगमंच के एक लोकप्रिय नाटक को आधार बनाकर उन्होंने अपनी फिल्म की पटकथा लिखी और 1931 में भारत को पहली बोलती फिल्म दी।
1949- जब हिन्दी बनी भारत की आधिकारिक भाषा
वर्ष 1947 में स्वतंत्रता के दो साल बाद ही 14 सितंबर 1949 को हिन्दी को देश की आधिकारिक भाषा घोषित किया गया। यह निर्णय 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान के लागू होने के साथ ही प्रभाव में आ गया। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 में देवनागरी लिपि में लिखी गई हिन्दी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया। हिन्दी के साथ ही अंग्रेजी को भी आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया। इसी के साथ 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
1975- पहला विश्व हिन्दी सम्मेलन
साल 1975 में विश्व पटल पर हिन्दी ने अपना झंडा लहराया। 10 जनवरी से 14 जनवरी 1975 के बीच प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन मनाया गया। यह सम्मेलन नागपुर में आयोजित हुआ था। सम्मेलन के मुख्य अतिथि मॉरीशस के प्रधानमंत्री शिवसागर रामगुलाम थे। 30 देशों के प्रतिनिधियों ने इस सम्मेलन में भाग लिया था। प्रहले विश्व हिन्दी सम्मेलन का बोधवाक्य वसुधैव कुटुम्बकम रखा गया था। 1975 से लेकर अब तक कुल 12 हिन्दी सम्मेलन हो चुके हैं।
1977- संयुक्त राष्ट्र में पहली बार गूंजी हिन्दी
साल 1977 में संयुक्त राष्ट्र के मंच पर पहली बार हिन्दी बोली गई। भारत के तत्कालीन विदेश मंत्री अटल विहारी वाजपेयी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को हिन्दी में संबोधित किया। यह पहली बार था जब किसी भारतीय ने अपने भाषण के लिए यूएनजीए के मंच पर हिन्दी का चयन किया था। उस वक्त अपने भाषण के लिए हिन्दी के चयन के पीछे वाजपेयी का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय पटल पर हिन्दी को उभारना था।
1997- भारत-दर्शन बनी इंटरनेट पर प्रकाशित होने वाली हिन्दी की पहली पत्रिका
इंटरनेट की दुनिया में हिन्दी ने साल 1997 में अपनी जगह बनाई। भारत-दर्शन नाम की हिन्दी पत्रिका इंटरनेट पर प्रकाशित होने वाली हिन्दी की पहली पत्रिका थी। रोचक बात यह है कि भारत-दर्शन एक साहित्यिक पत्रिका थी, जाे कि भारत से नहीं न्यूजीलैंड से प्रकाशित हुई थी।
1997- भारत ही नहीं, इन देशों की भी आधिकारिक भाषा है हिन्दी
भारत ही नहीं फिजी, मॉरीशस और त्रिनिदाद और टोबेगो में भी हिन्दी आधिकारिक भाषा है। साल 1997 में फिजी के संविधान ने हिन्दी भाषा को देश की आधिकारिक भाषा घोषित किया, हालांकि उस वक्त फिजी ने इसे हिन्दुस्तानी भाषा के नाम से संविधान में जोड़ा था, जिसे 2013 में हिन्दी कर दिया गया।
2006- अमेरिका में भी हिन्दी का डंका
यूं तो हमारे देश अंग्रेजी जैसी पश्चिमी भाषाएं सीखने की होड़ लगी ही रहती है। लेकिन हिन्दी के लिए गौरव का पल तब आया, जब अमेरीकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश जूनियर ने हिन्दी भाषा के महत्व को समझते हुए अमेरीका निवासियों से हिन्दी सीखने का आग्रह किया। इतना ही नहीं जाॅर्ज बुश ने हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए 114 मिलियन डॉलर आवंटित किए थे।
2006- विश्व हिन्दी दिवस का आयोजन
10 जनवरी 2006 से विश्व हिन्दी दिवस का आयोजन शुरू हुआ। भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस मनाने का निर्णय लिया। 10 जनवरी की तारीख पहले विश्व सम्मेलन की तारीख से ली गई है जो कि 10 से 14 जनवरी 1975 के बीच मनाया गया था।
2019- हिन्दी भाषा का दायरा 20 हजार से बढ़कर 1.5 लाख शब्दों तक पहुंचा
केंद्रीय हिन्दी निदेशालय के अनुसार आज सेे 20 साल पहले हिन्दी के शब्दकोश में 20 हजार शब्द हुआ करते थे। लेकिन साल 2019 में हिन्दी यह 1.5 लाख हो चुके थे। 20 सालों में आंकड़ा 7.5 गुना बढ़ गया।
2020- यूट्यूब में भारतीयों की पसंद है हिन्दी
ऑनलाइन वीडियो में आज भी भारतीय को पसंद हिन्दी भाषा ही है। अक्सर आधुनिक दिखने के नाम पर अंग्रेजी भाषा का एक वर्चस्प देखने को मिलता है। मगर यूट्यूब ने खुद बताया है कि आज भी 54 प्रतिशत भारतीय हिन्दी भाषा के वीडियो ही यूट्यूब में देखना पसंद करते हैं। वहीं महज 16 प्रतिशत लोग अंग्रेजी में वीडियो देखते हैं।
2022- पहली बार हिन्दी उपन्यास को मिला बुकर पुरस्कार
साहित्य के क्षेत्र में साल 2022 में हिन्दी भाषा ने एक
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