हिंदी में भाषा प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रानिक शब्दकोश
कंप्यूटेशनल शब्दकोश का निर्माण करना भाषा प्रौद्योगिकी का एक प्रमुख
अनुप्रयोग क्षेत्र है। इसे कंप्यूटेशनल लेक्सिकॉन, कंप्यूटेशनल
शब्दकोश तथा ई-डिक्शनरी आदि भी कहा जाता है। इस प्रकार के कोश के मुख्य रूप से
इसके दो प्रकार किए जा सकते हैं- ऑनलाइन शब्दकोश और ऑफलाइन शब्दकोश या कंप्यूटर पर
डाउनलोड किए जा सकने वाले शब्दकोश। प्रयोग और उपलब्धता में सहजता की दृष्टि से अब ऑनलाइन
शब्दकोश ही कंप्यूटर पर अधिक प्रचलित हैं। डाउनलोड की दृष्टि से बात करें तो वर्तमान
में मोबाइल पर ऐप के रूप में विकसित किए जाने वाले शब्दकोश भी इसके अच्छे उदाहरण
हैं। अतः इसके तीन रूप सामने आते हैं-
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ऑनलाइन शब्दकोश
§
ऑफलाइन (कंप्यूटर पर डाउनलोड
किए जा सकने वाले) शब्दकोश
§
ऐप शब्दकोश (मोबाइल, टैब, स्मार्टफोन हेतु)
इस संदर्भ में हिंदी को देखा जाए तो हिंदी के आज तीनों ही प्रकार के
अनेक कोश उपलब्ध हैं। इनमें भी मुख्य रूप से ‘अंग्रेजी हिंदी
शब्दकोश’ तथा ‘हिंदी अंग्रेजी शब्दकोश’ अथवा हिंदी के बहुभाषी शब्दकोश देखे जा सकते हैं, जैसे-
https://www.shabdkosh.com/ पर उपलब्ध अंग्रेजी और भारतीय भाषाओं का बहुभाषी शब्दकोश इसका सर्वोत्तम
उदाहरण है। इसमें अंग्रेजी हिंदी खोज का एक उदाहरण देख सकते हैं-
इसके अलावा भी इसमें ढेर सारी सूचनाएँ होती हैं, जिन्हें हम स्वयं सर्च करके देख सकते हैं। इसी प्रकार दूसरे शब्दकोश भी
देखे जा सकते हैं। गूगल में ‘इंग्लिश हिंदी डिक्शनरी’ सर्च करने पर हजारों रिजल्ट प्राप्त होते हैं, जैसे-
इसमें हम देख सकते हैं कि खुद गूगल ट्रांसलेट भी ‘अंग्रेजी-हिंदी’ या ‘हिंदी-अंग्रेजी’ या ‘हिंदी से किसी भी अन्य भाषा में अनुवाद संबंधी
कार्य’ के साथ-साथ ‘शब्दकोश’ का काम भी कर देता है।
कुछ ई-कोश वेब पेज के रूप में भी हैं, जैसे- हिंदी
समय डॉट कॉम पर ‘वर्धा हिंदी शब्दकोश’
का ई संस्करण भी देखा जा सकता है, जिसका लिंक निम्नलिखित है-
https://www.hindisamay.com/contentDetail.aspx?id=3159&pageno=1
अंग्रेजी के वर्डनेट की तरह आईआईटी मुंबई द्वारा पुष्पक भट्टाचार्य
के नेतृत्व में ‘हिंदी शब्द तंत्र’ का विकास
किया गया है, जो एक विशाल संरचित शब्दकोश (Structured
Lexicon) है, जो https://www.cfilt.iitb.ac.in/wordnet/webhwn/wn.php
पर उपलब्ध है-
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि हिंदी में अनेक प्रकार के ऑनलाइन और ऑफलाइन शब्दकोश उपलब्ध हैं। आगे हिंदी में इलेक्ट्रॉनिक रूप में समानांतर कोश (थीसारस) और ‘प्रयोग कोश’ विकसित करने की आवश्यकता है।
इलेक्ट्रॉनिक कोश बनाने में यह सुविधा भी होती है कि हम शब्द अर्थ
अथवा उससे जुड़ी किसी भी सूचना का उच्चारण या उससे संबंधित चित्र आदि भी डाल सकते
हैं। शब्दकोश डॉट कॉम पर उपलब्ध शब्दकोश में इनपुट शब्द तथा उसे अर्थ के विविध
उच्चारण भी देखे जा सकते हैं।
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