परिभाषा :
जब दो शब्द या वर्ण मिलते हैं और उनके मेल से ध्वनि या रूप में परिवर्तन होता है, उसे संधि कहते हैं, जैसे- राम + इश्वर = रामेश्वर ।
संधि के तीन प्रकार
| नाम | संक्षिप्त विवरण | उदाहरण | |
|---|---|---|---|
| 1 | स्वर संधि | जब दो स्वरों के मिलने से नया स्वर बनता है। | राम + ईश्वर = रामेश्वर | 
| 2 | व्यंजन संधि | जब दो व्यंजनों के मिलने से ध्वनि परिवर्तन होता है। | सत् + जन = सज्जन | 
| 3 | विसर्ग संधि | जब किसी शब्द के अंत में ः (विसर्ग) हो और उसके बाद कोई स्वर या व्यंजन आए, तो परिवर्तन होता है। | दुः + जन = दुर्जन | 
स्वर संधि के प्रकार :
| उपप्रकार | नियम | उदाहरण | 
|---|---|---|
| दीर्घ संधि | समान स्वर मिलने पर दीर्घ स्वर बनता है। | विद्या + आलय = विद्यालय | 
| गुण संधि | अ/आ + इ/ई = ए, अ/आ + उ/ऊ = ओ | राम + ईश = रमेश | 
| वृद्धि संधि | अ/आ + ए/ओ = ऐ/औ | मत + ऐक्य = मतैक्य | 
| अयादि (यण) संधि | इ, ई, उ, ऊ के पहले अ/आ होने पर य/व | इति + आदि = इत्यादि | 
स्वर संधि अभ्यास प्रश्न
प्रश्न 1: निम्नलिखित शब्दों में स्वर संधि करके नए शब्द लिखिए।
- 
राम + ईश्वर = ______
 - 
देव + इंद्र = ______
 - 
पुनः + उक्ति = ______
 - 
तथा + अपि = ______
 - 
देव + आलय = ______
 
प्रश्न 2: बताइए कि किस प्रकार की स्वर संधि हुई है?
- 
राम + ईश्वर = रामेश्वर
 - 
सदा + एव = ______
 - 
ज्ञान + उपदेश = ______
 - 
अति + अधिक = ______
 
No comments:
Post a Comment