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Tuesday, October 14, 2025

संधि (Sandhi) : परिभाषा और प्रकार

 परिभाषा :

जब दो शब्द या वर्ण मिलते हैं और उनके मेल से ध्वनि या रूप में परिवर्तन होता है, उसे संधि कहते हैं, जैसे- राम + इश्वर = रामेश्वर । 

संधि के तीन प्रकार


 नाम संक्षिप्त विवरण उदाहरण
1 स्वर संधि जब दो स्वरों के मिलने से नया स्वर बनता है। राम + ईश्वर = रामेश्वर
2 व्यंजन संधि जब दो व्यंजनों के मिलने से ध्वनि परिवर्तन होता है। सत् + जन = ज्जन
3 विसर्ग संधि जब किसी शब्द के अंत में ः (विसर्ग) हो और उसके बाद कोई स्वर या व्यंजन आए, तो परिवर्तन होता है। दुः + जन = दुर्जन

 स्वर संधि के प्रकार :

उपप्रकारनियमउदाहरण
दीर्घ संधिसमान स्वर मिलने पर दीर्घ स्वर बनता है।        विद्या + आलय = विद्यालय
गुण संधिअ/आ + इ/ई = ए, अ/आ + उ/ऊ = ओ राम + ईश = रमेश
वृद्धि संधिअ/आ + ए/ओ = ऐ/औमत + ऐक्य = मतैक्य
अयादि (यण) संधिइ, ई, उ, ऊ के पहले अ/आ होने पर य/व इति + आदि = इत्यादि


स्वर संधि अभ्यास प्रश्न

प्रश्न 1: निम्नलिखित शब्दों में स्वर संधि करके नए शब्द लिखिए।

  1. राम + ईश्वर = ______

  2. देव + ईन्द्र = ______

  3. गुरु + उक्ति = ______

  4. तथा + अपि = ______

  5. देव + आलय = ______


प्रश्न 2: बताइए कि किस प्रकार की स्वर संधि हुई है?

  1. राम + ईश्वर = रामेश्वर

  2. सदा + एव  = ______

  3. ज्ञान + उपदेश = ______

  4. अति + अधिक  = ______


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