लघुत्तम युग्म (Minimal Pair)
इसका संबंध स्वनिमों (Phonemes) और संस्वनों (Allophones) की पहचान से है। जब किसी भाषा की दो ध्वनियों के बीच
हमें यह देखना होता है कि वे ध्वनियाँ दो अलग-अलग स्वनिम हैं या एक ही स्वनिम के संस्वन
हैं, तो इसके लिए हम ‘लघुत्तम युग्म’ (minimal pair) का प्रयोग करते हैं, जिसमें केवल उन्हीं दो ध्वनियों का अंतर होता है, बाकी सभी ध्वनियाँ
समान होती हैं।
उदाहरण :
शब्द 1 : कमला
शब्द 2 : गमला
परीक्षण ध्वनियाँ => क और ग
समान ध्वन्यात्मक परिवेश => ‘… + मला’
यहाँ ‘क’ और ‘ग’ ध्वनियों की
पहचान के लिए लघुत्तम युग्म दिया गया है, जिसमें इन दोनों को छोड़कर बाकी ध्वनियाँ एक जैसी
हैं।
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