टैगिंग दो प्रकार के होते हैं- संदर्भ मुक्त और संदर्भ युक्त। ‘संदर्भ मुक्त टैगिंग’ (Context free Tagging) में किसी शब्द के एक से अधिक टैग होने की स्थिति में यह नहीं देखते हैं कि यहां पर उसका किस रूप में प्रयोग हुआ है, बल्कि दोनों ही टैग दे देते हैं।
दूसरी ओर ‘संदर्भ
युक्त टैगिंग’ (Context
sensitive Tagging) में पहले उस वाक्य का संदर्भ समझते हैं
और जिस संदर्भ में उस शब्द का प्रयोग हुआ रहता है, वही
टैग प्रदान किया जाता है।
इसे नीचे दिए गए दो उदाहरणों
से समझ सकते हैं-
उसे रोटी और दाल चाहिए।
उसे और दाल चाहिए।
इनमें से पहले वाक्य में ‘और’
शब्द का प्रयोग ‘CC’ के
रूप में हुआ है, तो
दूसरे वाक्य में ‘JJ’ के
रूप में। संदर्भ मुक्त टैगिंग (Context free Tagging) में दोनों
ही वाक्यों में ‘और’ शब्द
को ‘CC’ तथा ‘JJ’
दोनों टैग प्रदान किया जाएगा। किंतु संदर्भ युक्त टैगिंग (Context
sensitive Tagging) पहले वाक्य में ‘CC’ टैग
देंगे तो दूसरे वाक्य में ‘JJ’ टैग
देंगे।
उक्त वाक्यों की संदर्भ मुक्त
टैगिंग (Context free Tagging):
उसे<PR> रोटी<NN> और<CC> और<JJ> दाल<NN> चाहिए<VM>
उसे<PR> और<CC> और<JJ> दाल<NN> चाहिए<VM>
उक्त वाक्यों की संदर्भ युक्त
टैगिंग (Context sensitive Tagging):
उसे<PR> रोटी<NN> और<CC> दाल<NN> चाहिए<VM>
उसे<PR> और<JJ> दाल<NN> चाहिए<VM>
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