भाषा और मीडिया (Language and Media)
किसी सूचना को
एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह तक पहुंचाने की प्रक्रिया
संचार (Communication) कहलाती है। जब यह संचार बहुत व्यापक स्तर पर हो तथा बड़े
जनसमूह तक पहुंचता हो, तो इसे जनसंचार (Mass
Communication) कहते हैं। इसके लिए
प्रयुक्त होने वाले साधन मास मीडिया (Mass Media) अथवा संक्षेप में मीडिया (Media)
कहलाते हैं। ये कई प्रकार के होते हैं,
जिन्हें उनके स्वरूप के आधार पर मुख्य रूप से निम्नलिखित
भागों में विभाजित किया जाता है-
प्रिंट मीडिया (Print
Media)
प्रिंट मीडिया
का नाम सुनते ही हमारे मन मस्तिष्क में 'समाचार पत्र' की संकल्पना उभर कर आती है,
किंतु लिखित अथवा छपे हुए माध्यम से सूचनाओं के प्रसार का
प्रत्येक माध्यम इसके अंतर्गत समाहित हो जाता है। इसमें समाचार पत्र तो मुख्य है
ही, जो
दैनिक, साप्ताहिक, पाक्षिक, अथवा मासिक हो सकता है। इसके अलावा विभिन्न प्रकार की पत्रिकाएं,
कॉमिक्स, सूचनापरक पुस्तकें,
पंपलेट, प्रतियोगी पत्रिकाओं आदि सब भी आ जाते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक
मीडिया (Electronic Media)
इसे ब्रॉडकास्ट
मीडिया (Broadcast media) भी कहा गया है। इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से रिकॉर्ड की हुई
सामग्री का विविध इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों, जैसे- रेडियो, टेलीविजन, फिल्म आदि का प्रयोग करते हुए व्यापक जन समूह में किया जाने
वाला प्रसारण इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अंतर्गत आता है। यह प्रसारण रिकॉर्ड की हुई
सामग्री का भी हो सकता है अथवा तत्काल में चल रही घटनाओं का लाइव प्रसारण भी हो
सकता है।
डिजिटल मीडिया (Digital
Media)
डिजिटल मीडिया
को इंटरनेट मीडिया भी कहते हैं। इसके अंतर्गत कंप्यूटर और मोबाइल के माध्यम से
किया जाने वाला जनसंचार आता है, जिसके लिए इंटरनेट की आवश्यकता पड़ती है। इसमें ईमेल,
सोशल मीडिया, वेबसाइट, युटुबआदि सभी आ जाते हैं।
इनके अलावा एक
अन्य रूप भी प्राप्त होता है, जिसे आउटडोर मीडिया (Outdoor
media) का नाम दिया गया है।
इसके अंतर्गत निम्नलिखित प्रकार की चीजें आती हैं-
§ billboards
§ blimps
§ placards
or kiosks
§ skywriting
§ public
speaking
अब तो इसके
अंतर्गत augmented
reality (AR) को भी रखा जाने लगा
है।
विकिपेडिया में
मीडिया के सात रूपों को क्रमवार इस प्रकार से प्रस्तुत किया गया है-
- Print (books, pamphlets, newspapers, magazines, posters, etc.) from
the late 15th century
- Recordings (gramophone records, magnetic tapes, cassettes, cartridges, CDs and DVDs) from the late 19th century
- Cinema from about 1900
- Radio from
about 1910
- Television from about 1950
- The Internet from about 1990
- Mobile phones from about 2000
(स्रोत-
https://en.wikipedia.org/wiki/Mass_media)
ऊपर मीडिया के
जिन भी रूपों की बात की गई है, सभी में भाषा मुख्य घटक है। भाषा के बिना कोई भी संचार अथवा
जनसंचार संभव नहीं है। यहां पर जब भाषा की बात की जा रही है तो ध्यान रखने वाली
बात है कि मीडिया में प्रयुक्त भाषा केवल सामान्य भाषा नहीं होती है,
बल्कि सूचनाओं सुव्यवस्थित अभिव्यक्ति करने वाली विशिष्ट
भाषा होती है। यह भाषा का वह रूप है जो श्रोताओं तक जानकारी को तो पहुंचाता ही है,
साथ ही उन पर अपना प्रभाव भी छोड़ता है।
मीडिया में
प्रयुक्त भाषा मीडिया के स्वरूप के अनुसार भिन्न-भिन्न होती है। अर्थात प्रिंट
मीडिया में जिस भाषा का प्रयोग होता है, वही भाषा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया अथवा डिजिटल मीडिया में
प्रयुक्त नहीं होती। यह बात मीडिया के सभी भिन्न-भिन्न रूपों पर लागू होती है।
केवल समाचार पत्रों की ही बात की जाए तो दैनिक समाचार पत्रों में जिस प्रकार की
भाषा का प्रयोग किया जाता है, साप्ताहिक, मासिक अथवा पाक्षिक समाचार पत्रों या पत्रिकाओं में उसी
भाषा का प्रयोग करते हुए समाचार प्रकाशित नहीं किए जाते।
अतः मीडिया के स्वरूप की भिन्नता के आधार पर
उसके लेखों या पाठ में प्रयुक्त भाषा का स्वरूप भी बदल जाता है। इसे हम मीडिया के
अलग-अलग रूपों में आगे देखेंगे ।
No comments:
Post a Comment