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Tuesday, August 26, 2025

शब्दों में ध्वनियों का वितरण (Distribution of Sounds in Words)

 शब्दों में ध्वनियों का वितरण (Distribution of Sounds in Words)

शब्दों में ध्वनियों का वितरण का अर्थ है कि भाषा के शब्दों में कौन-सी ध्वनियाँ कहाँ आती हैं। इसे तीन प्रकार संभव हैं- आरंभ (प्रारंभिक स्थान), मध्य (मध्यस्थ स्थान) और अंत (अंतिम स्थान) । इसे संक्षेप में निम्नलिखित प्रकार से देख सकते हैं-

(क) प्रारंभिक स्थान (Initial position)

वे ध्वनियाँ जो शब्द आरंभ में आती हैं, जैसे-

    • स्वर: अमृत, इधर, ऊँचा
    • व्यंजन: कला, गगन, चरण, फूल

(ख) मध्य स्थान (Medial position)

वे ध्वनियाँ जो शब्द के बीच में आती हैं, जैसे-

    • स्वर: नदी, पहाड़, कुशल
    • व्यंजन: अंगूर (ङ), मित्र (त्र), सपना (, न)

(ग) अंतिम स्थान (Final position)

वे ध्वनियाँ जो शब्द के अंत में आती हैं, जैसे-

    • स्वर पर अंत: काला, नदी, ऐसे
    • व्यंजन पर अंत: आनंद, राम, प्राण, ज्ञान
    • विसर्ग पर अंत: दुःखः, नमः (संस्कृतनिष्ठ शब्दों में)

नोट : सामान्यतः व्यंजन पर अंत होने पर व्यंजन + अका योग होता है। विभिन्न शब्दों के उच्चारण में प्रायः अंत्य का लोप हो जाता है, जैसे- रामका उच्चारण राम्होता है।

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