रविंद्रनाथ
श्रीवास्तव के ‘अनुप्रयुक्त
भाषविज्ञान : सिद्धांत एवं प्रयोग’
(2000) पुस्तक में पाँच खंड हैं-
1.                
 भाषा संदर्भ
2.                
 अनुवाद 
3.                
 भाषा-शिक्षण
4.                
 शैलीविज्ञान
5.                
 कंप्यूटेशनल भाषाविज्ञान
इनमें
से पहला खंड सैद्धांतिक चर्चा का है और शेष चार भाषाविज्ञान के अनुप्रयोग क्षेत्र
हैं।
पुस्तक विवरण का लिंक-
अनुप्रयुक्त भाषाविज्ञान : सिद्धांत एवं प्रयोग : रवींद्रनाथ श्रीवस्तव
 
 
 
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