Total Pageviews

Thursday, February 6, 2025

विस्मयादिबोधक वाक्य : अभ्यास

विस्मयादिबोधक वाक्य : अभ्यास

निम्नलिखित वाक्यों को विस्मयादिबोधक वाक्यों में बदलिए-

§  कितना सुंदर मौसम है?

§  इस मुसीबत से कैसे छुटकारा मिलेगा?

§  अब मैं बहुत थक गया।

§  भारत की टीम जीत गई।

§  मेरी सारी पुस्तकें खो गईं।

 

उत्तर :

§  वाह! कितना सुंदर मौसम है?

§  अहा! कितना सुंदर मौसम है?

 

§  ओह! इस मुसीबत से कैसे छुटकारा मिलेगा?

§  हाय! इस मुसीबत से कैसे छुटकारा मिलेगा?

§  उफ! इस मुसीबत से कैसे छुटकारा मिलेगा?

 

§  ओह! अब मैं बहुत थक गया।

§  अरे! अब मैं बहुत थक गया।

§  उफ! अब मैं बहुत थक गया।

 

§  वाह! भारत की टीम जीत गई।

§  हुर्रे! भारत की टीम जीत गई।

§  ओह! भारत की टीम जीत गई।

 

§  ओह! मेरी सारी पुस्तकें खो गईं।

§  हाय! मेरी सारी पुस्तकें खो गईं।

§  ओहो! मेरी सारी पुस्तकें खो गईं।

अरे! मेरी सारी पुस्तकें खो गईं!

विस्मयादिबोधक (Interjections)

 विस्मयादिबोधक (Interjections)

विस्मयादिबोधक वे शब्द होते हैं जो हमारे मन के अचानक उत्पन्न होने वाले भावों, आश्चर्य, खुशी, दुःख, गुस्से आदि को प्रकट करते हैं। इनका प्रयोग मुख्य रूप से बोलचाल की भाषा में अधिक होता है।

उदाहरण:

1.   आश्चर्य प्रकट करने के लिएअरे! ओह! वाह! हाय!

o   अरे! यह कैसे हो गया?

o   वाह! क्या सुंदर नज़ारा है!

2.   दुःख या शोक प्रकट करने के लिएहाय! ओह! उफ!

o   हाय! मैंने अपना पर्स खो दिया!

o   उफ! यह कितनी गर्मी है!

3.   गुस्से या नाराजगी के लिएधत्! छीः!

o   धत्! तुमने फिर गलती कर दी!

o   छीः! कितना गंदा काम किया है!

4.   खुशी या हर्ष प्रकट करने के लिएवाह! अहा!

o   वाह! तुमने कमाल कर दिया!

o   अहा! कितना स्वादिष्ट खाना है!

5.   दुखद आश्चर्य या सहानुभूति के लिएओह! अरे बाप रे!

o   ओह! तुम्हें इतनी चोट लग गई!

o   अरे बाप रे! यह कितना बड़ा हादसा था!

*************************

वे शब्द जो परसर्ग (Postposition) और उसके साथ जुड़े हुए शब्दों से मिलकर बनते हैं, परसर्गीय

 

Sunday, February 2, 2025

समुच्चयबोधक (Conjunction) :: अभ्यास :

समुच्चयबोधक (Conjunction) :: अभ्यास :

पहले इस लिंक को खोलकर समुच्चयबोधक (Conjunction) के बारे में पढ़ें-

समुच्चयबोधक (Conjunction)

निम्नलिखित वाक्यों में उचित समुच्चयबोधक का प्रयोग करें-

§  इस कक्षा में लड़का ..... ..... लड़की पढ़ते हैं।

§  तुम आज ..... ..... कल काम पर नहीं आना।

§  आज मैं बीमार हूँ, ..... ..... मुझे छुट्टी चाहिए।

§  मुझे छुट्टी चाहिए, ..... ..... मैं बीमार हूँ।

§  कृपया मेरा काम कर दीजिए, ..... ..... यह बहुत जरूरी है।

§  ..... ..... तुम मेहनत नहीं करोगे, ..... ..... कैसे सफल हो जाओगे।

§  ..... ..... बारिश होती है, ..... ..... यहाँ कीचड़ भर जाता है।

 

 

उत्तर :

§  इस कक्षा में लड़का ..... और/तथा ..... लड़की पढ़ते हैं।

§  तुम आज ..... तथा/और ..... कल काम पर नहीं आना।

§  आज मैं बीमार हूँ, .....इसलिए ..... मुझे छुट्टी चाहिए।

§  मुझे छुट्टी चाहिए, ..... क्योंकि ..... मैं बीमार हूँ।

§  कृपया मेरा काम कर दीजिए, ..... क्योंकि ..... यह बहुत जरूरी है।

§  ..... यदि ..... तुम मेहनत नहीं करोगे, ..... तो ..... कैसे सफल हो जाओगे।

§  .....जब ..... बारिश होती है, ..... तब ..... यहाँ कीचड़ भर जाता है।

§  .....जैसे ही ..... बारिश होती है, ..... वैसे ही ..... यहाँ कीचड़ भर जाता है।

§  .....यदि ..... बारिश होती है, ..... तो ..... यहाँ कीचड़ भर जाता है।

 

समुच्चयबोधक (Conjunction)

 समुच्चयबोधक (Conjunction)

समुच्चयबोधक वे शब्द होते हैं जो दो या अधिक शब्दों, वाक्यों या वाक्यांशों को जोड़ने का कार्य करते हैं। इन्हें अव्ययके अंतर्गत रखा जाता है।

समुच्चयबोधक अव्ययों के प्रकार:

1.   संयोजक समुच्चयबोधक (Coordinating Conjunctions) – समान स्तर के वाक्यांशों या वाक्यों को जोड़ते हैं।

o   उदाहरण: और, तथा, एवं, भी, तथा, अथवा

o   जैसे: राम और श्याम स्कूल जाते हैं।

2.   विकल्प सूचक समुच्चयबोधक (Alternative Conjunctions) – विकल्प का बोध कराते हैं।

o   उदाहरण: या, अथवा, नहीं तो

o   जैसे: तुम पढ़ाई करो या खेलो।

3.   विरोध सूचक समुच्चयबोधक (Adversative Conjunctions) – विपरीत विचार व्यक्त करते हैं।

o   उदाहरण: परंतु, लेकिन, किंतु, मगर, फिर भी

o   जैसे: वह अमीर है, किंतु दयालु नहीं है।

4.   कारण दर्शाने वाले समुच्चयबोधक (Causal Conjunctions) – कारण प्रकट करते हैं।

o   उदाहरण: क्योंकि, इसीलिए, चूंकि

o   जैसे: वह बीमार था, इसलिए स्कूल नहीं गया।

5.   परिणाम सूचक समुच्चयबोधक (Consequence Conjunctions) – किसी कार्य के परिणाम को प्रकट करते हैं।

o   उदाहरण: अतः, इस कारण, इसलिए

o   जैसे: परीक्षा नजदीक है, अतः तैयारी करो।

6.   शर्त सूचक समुच्चयबोधक (Conditional Conjunctions) – शर्त को व्यक्त करते हैं।

o   उदाहरण: यदि, तो, जब, मानो

o   जैसे: यदि तुम मेहनत करोगे, तो सफल हो जाओगे।