(हिंदीतर/विदेशी विद्यार्थियों के लिए संक्षेप में)
उपसर्ग (Prefix
)
शब्दों के पूर्व में
लगकर नया शब्द बनाने वाले शब्दांश (part
of word) उपसर्ग कहलाते हैं।
उदाहरण :
शब्द =
उपसर्ग + शब्द
अज्ञान = अ + ज्ञान
विचार = वि + चार
परिवार = परि + वार
आदेश = आ + देश
अनुवाद = अनु + वाद
प्रदेश = प्र + देश
हिंदी में विविध
स्रोतों के उपसर्ग (Hindi
Prefixes from various Sources)
हिंदी के उपसर्ग
मुख्यतः संस्कृत, (प्राकृत/अपभ्रंश/देशज),
फारसी-अरबी और अंग्रेज़ी (विदेशी) स्रोतों से आए हैं। नीचे
इन्हें समूहवार दिया जा रहा है:
1. संस्कृत स्रोत के उपसर्ग
ये पारंपरिक
व्याकरणिक उपसर्ग हैं, जो संस्कृत से सीधे हिंदी में आए हैं। उदाहरण :
अ- (नकारात्मक):
अशुद्ध, अज्ञान
अनु- (पीछे/अनुसार):
अनुसरण, अनुकरण
अधि- (ऊपर):
अधिकार, अधिभार
आ- (निकट/पूर्णता):
आगमन, आह्वान
उप- (पास,
निकट): उपकार, उपदेश, उपहार
सम्/सं- (साथ):
संपर्क, संस्कार
प्र- (आगे/प्रारंभ/भाग):
प्रवेश, प्रगति, प्रदेश
वि- (विभाजन,
भिन्नता): विचार, विवाद
दुर्/दुष्- (बुरा):
दुरुपयोग, दुष्कर्म
सु- (अच्छा,
शुभ): सुयोग, सुमन
निर्/नि- (बिना):
निराशा, निषेध
परि- (चारों ओर):
परिक्रमा, परीक्षा
अति- (अधिक):
अतिप्राचीन, अतिशय
2. अरबी/फारसी स्रोत के उपसर्ग
ये हिंदी में मध्यकाल
में मुगलों के संपर्क से आए हैं। उदाहरण :
बे- (बिना): बेदर्द,
बेरंग, बेकार
ला- (बिना): लाचार,
लापरवाह
ना- (नकार): नाकाबिल,
नाकाफी
हम- (साथ): हमनाम,
हमदर्द, हमसफर, हमराज
ख़ुद- (स्वयं):
ख़ुदमुख़्तार, ख़ुदकुशी
अल-
(विशेष/निर्दिष्ट): अलविदा, अलहदा
मु-/मौ-
(कर्ता/संबंध): मौलाना, मुफ्ती, मुकद्दर
3. अंग्रेज़ी स्रोत के उपसर्ग
अंग्रेज़ी के संपर्क
से भी कई उपसर्ग हिंदी में प्रचलित हुए हैं। इनका प्रयोग अंग्रेजी शब्दों के साथ
ही होता है। उदाहरण :
अन्-/इन-
(नकारात्मक): इनडायरेक्ट, अनफेयर
रि-/री- (पुनः):
रिटर्न, रीचार्ज
पोस्ट- (बाद में):
पोस्टमार्टम, पोस्टऑफिस
प्री- (पहले):
प्रीपेड, प्रीप्लान्ड
सब- (नीचे): सबवे,
सबस्टेशन
सुपर- (ऊपर,
श्रेष्ठ): सुपरमैन,
सुपरपावर
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