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Tuesday, September 30, 2025

भाषा प्रौद्योगिकी की आवश्यकता



           भाषा प्रौद्योगिकी एक अंतरानुशासनिक विषय है जिसमें एक ओर भाषाविज्ञान है तो दूसरी ओर कंप्यूटरविज्ञान। इनमें भाषाविज्ञान जहां अपने आप को मानवविज्ञान से जोड़ता है तो कंप्यूटरविज्ञान पूर्णतः तकनीकी विषय है। कंप्यूटर का अनुप्रयोग जब भाषा संबंधी क्षेत्रों में किया जाता है तो ऐसी स्थिति में भाषावैज्ञानिकों की आवश्यकता पड़ती है। कंप्यूटरविज्ञान का पूर्वज्ञान नहीं रखने वाला भाषावैज्ञानिक भाषा संबंधी नियमों को तकनीकी रूप से अभिव्यक्त नहीं कर पाता और कंप्यूटरविज्ञान का व्यक्ति भाषा संबंधी नियमों को भाषावैज्ञानिक की तरह नहीं समझ पाता। यही कारण है कि दोनों के योग से भाषा प्रौद्योगिकी और कंप्यूटेशनल भाषाविज्ञान जैसे विषयों का विकास हुआ है। इससे कंप्यूटर पर भाषा संबंधी अनुप्रयोगों के विकास का कार्य सरल हो जाता है।

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