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Tuesday, September 30, 2025
भाषा प्रौद्योगिकी की आवश्यकता
प्रोफेसर, केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा
Professor, Kendriya Hindi Sansthan, Agra
(Managing Director : Ms. Ragini Kumari)
श्रीलंका समाचार
प्रोफेसर, केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा
Professor, Kendriya Hindi Sansthan, Agra
(Managing Director : Ms. Ragini Kumari)
जनसंचार में कृत्रिम बुद्धि के अनुप्रयोग : प्रो. धनजी प्रसाद
प्रोफेसर, केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा
Professor, Kendriya Hindi Sansthan, Agra
(Managing Director : Ms. Ragini Kumari)
Sunday, September 28, 2025
संस्थान में रोजगार
प्रोफेसर, केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा
Professor, Kendriya Hindi Sansthan, Agra
(Managing Director : Ms. Ragini Kumari)
Thursday, September 25, 2025
संज्ञा की रूपावली
संज्ञा शब्दों की रूपावली दो आधारों पर बनती है-
1. शब्द का वचन
2. शब्द के बाद परसर्ग का प्रयोग होना या नहीं होना
अलग-अलग प्रकार के संज्ञा शब्दों की रूपावली अलग-अलग प्रकार से बनती है।
इसे लड़का शब्द की रूपावली से दख सकते हैं-
रूपावली 1. लड़का :
एकवचन बहुवचन
सरल लड़का लड़के
तिर्यक लड़के लड़कों
छाता घोड़ा तोता गधा कौवा कपड़ा दरवाजा तोता बेटा आदि शब्दों के रूप भी इसी प्रकार से बनेंगे
वाक्य में प्रयोग के उदाहरण
वह अच्छा लड़का है
वे अच्छे लड़के हैं
अच्छे लड़के में कौन सी बात है?
अच्छे लड़कों में कौन सी बात है?
रूपावली 2. बालक
बालक बालक
बालक बालकों
इसी प्रकार घर पेड़ मकान दीवार कार चोर आदि के रूप बनते हैं।
रूपावली 3. लड़की
लड़की लड़कियाँ
लड़की लड़कियों
इसी प्रकार पुत्री साड़ी खिड़की नारी बकरी शेरनी आदि के रूप बनते हैं।
रूपावली 4. माता
माता माताएँ
माता माताओं
इसी प्रकार छात्रा भाषा गाय किताब बहन अध्यापिका आदि के रूप बनते हैं।
वाक्य में प्रयोग के उदाहरण
यह एक गाय हैं
यह दो गायें हैं
इस गाय को लाओ
इन गायों को लाओ
वह मेरी बहन है
वे मेरी बहनें हैं
मेरी बहन को बुलाओ
मेरी बहनों को बुलाओ
प्रोफेसर, केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा
Professor, Kendriya Hindi Sansthan, Agra
(Managing Director : Ms. Ragini Kumari)
Thursday, September 18, 2025
200 Notes 18 Sep
18-09-2025 notes
विशेषण के रूप
अच्छा :
अच्छा => लड़का
अच्छी => लड़की, लड़कियाँ, लड़कियों
अच्छे => लड़के, घर
सुंदर : कोई रूप नहीं ।
यह घर अच्छा है।
ये घर अच्छे हैं।
मैं अच्छे घर में रहता हूँ।
Imperative Sentences :
आज्ञा => तुम घर जाओ। अच्छा
खाना खाओ।
परामर्श => तुम्हें घर
जाना चाहिए। अच्छा खाना खाना चाहिए।
निवेदन => आप घर जाइए।
अच्छा खाना खाइए।
.............
संरचना (Structure) की
दृष्टि से वाक्य के प्रकार
संरचना की दृष्टि
से वाक्य के तीन प्रकार होते हैं-
1. सरल वाक्य
2. मिश्र वाक्य
3. संयुक्त वाक्य
1. सरल वाक्य
ऐसे वाक्य जिनमें केवल एक समापिका क्रिया होती है, सरल वाक्य कहलाते
हैं। जैसे-
· रमेश काम कर रहा है।
· मेरे घर क्या बना है?
· सीता अच्छी लड़की है।
2. मिश्र वाक्य
ऐसे वाक्य में एक मुख्य उपवाक्य होता है और एक या एक से
अधिक आश्रित उपवाक्य होते हैं। सूत्र -
मिश्र वाक्य = मुख्य उपवाक्य + आश्रित उपवाक्य
उदाहरण-
· मैंने कहा कि तुम घर जाओ।
· वह आदमी गांव गया है जो बहुत
झगड़ालू है।
3. संयुक्त वाक्य
संयुक्त वाक्य का निर्माण एक से
अधिक मुख्य उपवाक्यों के योग से होता है। वे
आपस में समानाधिकरण समुच्चयबोधकों (Coordinating conjunctions) के माध्यम से
जुड़े होते हैं। सूत्र-
संयुक्त वाक्य =
मुख्य उपवाक्य + मुख्य उपवाक्य
उदाहरण-
· आज वह परीक्षा देगा और पास हो
जाएगा।
· तुम बाजार जाओगे या घर में ही
रहोगे।
.................
विशेषण पदबंध (Adjective
Phrase)
वाक्य में विशेषण का काम करने वाला पदबंध विशेषण पदबंध कहलाता
है। इसमें विशेषण के बाद संज्ञा शब्द नहीं आता।
जैसे-
यह अच्छा[वि.] घर[सं.] है। (अच्छा + घर
= संज्ञा पदबंध)
यह घर अच्छा[वि.] है। (अच्छा
= विशेषण पदबंध)
प्रोफेसर, केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा
Professor, Kendriya Hindi Sansthan, Agra
(Managing Director : Ms. Ragini Kumari)
Wednesday, September 17, 2025
'प्यासा कौआ' कहानी कैसे लिखें (How to write the 'Thirsty Crow' story)
कहानी लिखना एक कला है। इसके लिए हमें सबसे पहले कहानी के बारे में चरणों (steps) में सोचना चाहिए। फिर प्रत्येक चरण (step) के लिए एक या एक से अधिक वाक्य बनाने चाहिए। जब हम एक से अधिक वाक्यों को जोड़ते हैं तो बड़ी कहानी बनती है। एक-एक वाक्यों को लिखने से छोटी कहानी बनती है।
इसे 'प्यासा कौआ' कहानी से इस प्रकार से समझ सकते हैं-
छोटी कहानी :
एक कौआ था। वह प्यासा था। उसने पानी खोजा। उसे एक घड़ा
(मटका) मिला। घड़े में पानी थोड़ा था। उसे बगल में कंकड़ मिले। उसने घड़े में कंकड़
डाले और पानी ऊपर आ गया। कौए ने पानी पिया।
बड़ी कहानी :
एक कौआ था। वह आसमान में उड़ रहा था। उड़ते-उड़ते उसे प्यास
लगी। वह पानी की तलाश में इधर-उधर देखने लगा। उसे कहीं भी पानी दिखाई नहीं दे रहा
था। तभी उसे एक घड़ा (मटका) दिखाई दिया। वह घड़े के पास जाकर देखा तो उसमें पानी
बहुत थोड़ा था। तभी उसके मन में एक विचार (आइडिया) आया। उसने बगल में कंकड़ देखे। उसने
घड़े में कंकड़ डाले और इससे धीरे-धीरे पानी ऊपर आ गया। इस प्रकार कौए ने पानी पीकर
अपनी प्यास बुझाई और उड़ गया।
प्रोफेसर, केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा
Professor, Kendriya Hindi Sansthan, Agra
(Managing Director : Ms. Ragini Kumari)
Sunday, September 14, 2025
हिंदी वर्णमाला का क्रमबद्ध सुंदर प्रयोग
ह्वाट्सएप से साभार
कभी हिंदी वर्णमाला का क्रमबद्ध इतना सुंदर प्रयोग देखा है। आप भी अद्भुत अद्वितीय अविस्मरणीय कह उठेंगे...
यह कविता जिसने भी लिखी प्रशंसनीय है।
"अ"चानक
"आ"कर मुझसे
"इ"ठलाता हुआ पंछी बोला
"ई"श्वर ने मानव को तो
"उ"त्तम ज्ञान-दान से तौला
"ऊ"पर हो तुम सब जीवों में
"ऋ"ष्य तुल्य अनमोल
"ए"क अकेली जात अनोखी
"ऐ"सी क्या मजबूरी तुमको
"ओ"ट रहे होंठों की शोख़ी
"औ"र सताकर कमज़ोरों को
"अं"ग तुम्हारा खिल जाता है
"अ:"तुम्हें क्या मिल जाता है.?
"क"हा मैंने- कि कहो
"ख"ग आज सम्पूर्ण
"ग"र्व से कि- हर अभाव में भी
"घ"र तुम्हारा बड़े मजे से
"च"ल रहा है
"छो"टी सी- टहनी के सिरे की
"ज"गह में, बिना किसी
"झ"गड़े के, ना ही किसी
"ट"कराव के पूरा कुनबा पल रहा है
"ठौ"र यहीं है उसमें
"डा"ली-डाली, पत्ते-पत्ते
"ढ"लता सूरज
"त"रावट देता है
"थ"कावट सारी, पूरे
"दि"वस की-तारों की लड़ियों से
"ध"न-धान्य की लिखावट लेता है
"ना"दान-नियति से अनजान अरे
"प्र"गतिशील मानव
"फ़"ल के चक्कर में
"ब"न बैठे हो असमर्थ
"भ"ला याद कहाँ तुम्हें
"म"नुष्यता का अर्थ.?
"य"ह जो थी, प्रभु की
"र"चना अनुपम...
"ला"लच लोभ के
"व"शीभूत होकर
"श"र्म-धर्म सब तजकर
"ष"ड्यंत्रों के खेतों में
"स"दा पाप-बीजों को बोकर
"हो"कर स्वयं से दूर
"क्ष"णभंगुर सुख में अटक चुके हो
"त्रा"स को आमंत्रित करते हुए
"ज्ञा"न-पथ से भटक चुके हो।
🌹🌹🌹🌹
प्रोफेसर, केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा
Professor, Kendriya Hindi Sansthan, Agra
(Managing Director : Ms. Ragini Kumari)
Tuesday, September 9, 2025
हिंदी में संज्ञा शब्दों की रूपावली (Word Form Table of Hindi Nouns)
हिंदी में संज्ञा
शब्दों की रूपावली बनाने के लिए दो चीजें देखते हैं -
1. शब्द का अंतिम
वर्ण
2. शब्द का लिंग
उदाहरण के लिए 'लड़का' शब्द का अंतिम वर्ण 'आ' है तथा यह 'पुल्लिंग' है ।
इसकी रूपावली
निम्नलिखित प्रकार से बनाई जाती है -
लड़का शब्द के
रूप
|
कारक (तिर्यकता) शब्द के बाद परसर्ग, जैसे-
ने को से |
वचन |
|
|
एकवचन |
बहुवचन |
|
|
सरल |
लड़का |
लड़के |
|
तिर्यक |
लड़के |
लड़कों |
वाक्य में प्रयोग :
Ø वह लड़का घर जा रहा है। (लड़का : एकवचन, प्रत्यक्ष)
Ø उस लड़के को बुलाओ। (लड़के : एकवचन, तिर्यक)
Ø यहाँ लड़के खेल रहे हैं। (लड़के : बहुवचन, प्रत्यक्ष)
Ø यहाँ लड़कों को खेलने दो। (लड़कों : बहुवचन, तियर्क)
लड़का शब्द के रूप
(पूर्ण सारणी)
|
कारक |
एकवचन रूप |
उदाहरण वाक्य |
बहुवचन रूप |
उदाहरण वाक्य |
|
कर्ताकारक |
लड़का |
लड़का पढ़ रहा है। |
लड़के |
लड़के खेल रहे हैं। |
|
कर्मकारक |
लड़के को |
मैंने लड़के को बुलाया। |
लड़कों को |
शिक्षक ने लड़कों को पढ़ाया। |
|
करणकारक |
लड़के से |
मैंने लड़के से बात की। |
लड़कों से |
मैंने लड़कों से मुलाक़ात की। |
|
संप्रदानकारक |
लड़के के लिए |
मैंने लड़के के लिए किताब खरीदी। |
लड़कों के लिए |
मैंने लड़कों के लिए भोजन बनाया। |
|
अपादानकारक |
लड़के से |
मैं लड़के से दूर हो गया। |
लड़कों से |
वह लड़कों से अलग हो गया। |
|
संबंधकारक |
लड़के का |
यह लड़के का बैग है। |
लड़कों का |
यह लड़कों का खेल है। |
|
अधिकरणकारक |
लड़के में |
लड़के में साहस है। |
लड़कों में |
लड़कों में उत्साह है। |
'आ' वर्ण वाले अधिकांश पुल्लिंग शब्दों की रूपावली इसी प्रकार
से बनेगी, जैसे- घोड़ा, गधा, कैमरा, छाता, कपड़ा, दरवाजा, तोता, कौवा, कमरा
आदि।
###############
लड़की शब्द के
रूप
|
कारक (तिर्यकता) शब्द के बाद परसर्ग, जैसे-
ने को से |
वचन |
|
|
एकवचन
(Singular) |
बहुवचन
(Plural) |
|
|
सरल |
लड़की |
लड़कियाँ |
|
तिर्यक |
लड़की |
लड़कियों |
इनके वाक्य में प्रयोग के उदाहरण
निम्नलिखित हैं:
Ø लड़की
आ रही है।
Ø लड़की
को बुलाओ।
Ø लड़कियाँ
आ रही हैं।
Ø लड़कियों
को बुलाओ।
लड़की शब्द के रूप
(पूर्ण सारणी)
|
कारक |
एकवचन रूप |
उदाहरण वाक्य |
बहुवचन रूप |
उदाहरण वाक्य |
|
कर्ताकारक |
लड़की |
लड़की पढ़ रही है। |
लड़कियाँ |
लड़कियाँ खेल रही हैं। |
|
कर्मकारक |
लड़की को |
मैंने लड़की को बुलाया। |
लड़कियों को |
शिक्षक ने लड़कियों को समझाया। |
|
करणकारक |
लड़की से |
मैंने लड़की से बात की। |
लड़कियों से |
मैंने लड़कियों से मुलाक़ात की। |
|
संप्रदानकारक |
लड़की के लिए |
मैंने लड़की के लिए किताब खरीदी। |
लड़कियों के लिए |
मैंने लड़कियों के लिए भोजन बनाया। |
|
अपादानकारक |
लड़की से |
वह लड़की से दूर हो गई। |
लड़कियों से |
राम लड़कियों से अलग हो गया। |
|
संबंधकारक |
लड़की का / लड़की की |
यह लड़की की किताब है। |
लड़कियों का |
यह लड़कियों का विद्यालय है। |
|
अधिकरणकारक |
लड़की में |
लड़की में आत्मविश्वास है। |
लड़कियों में |
लड़कियों में उत्साह है। |
'ई' वर्ण वाले अधिकांश स्त्रीलिंग संज्ञा शब्दों की रूपावली इसी
प्रकार से बनेगी, जैसे- घोड़ी,
बकरी,
रानी,
नारी,
कड़ी,
खिड़की,
परछाई,
गाड़ी आदि।
हिंदी में अलग-अलग प्रकार
के पुल्लिंग और स्त्रीलिंग संज्ञा शब्दों के बनने वाले रूपों की सूची इस प्रकार है-
|
क्र.सं. |
शब्द |
एक.प्रत्यक्ष |
एक.तिर्यक |
बहु.प्रत्यक्ष |
बहु.तिर्यक |
|
1 |
लड़का |
लड़का |
लड़के |
लड़के |
लड़कों |
|
2 |
लड़की |
लड़की |
लड़की |
लड़कियाँ |
लड़कियों |
|
3 |
चाकू |
चाकू |
चाकू |
चाकू |
चाकुओं |
|
4 |
सड़क |
सड़क |
सड़क |
सड़कें |
सड़कों |
|
5 |
भाषा/
धेनु/माँ |
भाषा धेनु/माँ |
भाषा धेनु/माँ |
भाषाएँ धेनुएँ/माँएँ |
भाषाओं धेनुओं/माँओं |
|
6 |
पेड़ |
पेड़ |
पेड़ |
पेड़ |
पेड़ों |
|
7 |
आटा |
आटा |
आटे |
आटा |
आटे |
|
8 |
राजा/
कीटाणु |
राजा कीटाणु |
राजा कीटाणु |
राजा कीटाणु |
राजाओं कीटाणुओं |
|
9 |
मंत्री |
मंत्री |
मंत्री |
मंत्री |
मंत्रियों |
|
10 |
कृमि |
कृमि |
कृमि |
कृमि |
कृमियों |
प्रोफेसर, केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा
Professor, Kendriya Hindi Sansthan, Agra
(Managing Director : Ms. Ragini Kumari)




