1. प्रोग्रामिंग
प्रोग्राम बनाने की क्रिया प्रोग्रामिंग है। इसका मूल संबंध कंप्यूटर को निर्देश
देने के लिए बनाए जाने वाले प्रोग्रामों से है। प्रोग्रामिंग के लिए किसी प्रोग्रामिंग
भाषा की आवश्यकता पड़ती है। प्रोग्रामिंग को समझने के लिए ‘प्रोग्राम’ को समझना आवश्यक
है।
2. प्रोग्राम
किसी कार्य विशेष को पूर्ण करने लिए (कंप्यूटर को) क्रमबद्ध
चरणों में दिए गए आदेशों का समुच्चय प्रोग्राम
है।
2.1 कार्य विशेष (task): वह कार्य जिससे
किसी लक्ष्य की प्राप्ति होती हो।
2.2 क्रमबद्ध चरण (sequential steps) : कार्य को संपन्न
करने के लिए उसके छोटे-छोटे भागों को एक-एक चरण में बाँटकर क्रम से करने की
प्रक्रिया।
2.3 आदेश (command) : किसी एक चरण को पूर्ण करने हेतु कंप्यूटर को दिया गया
निर्देश।
2.4 समुच्चय (set) : चरणों का संकलन।
प्रोग्राम निर्माण के लिए आवश्यक बातें :
कंप्यूटर में प्रोग्राम बनाने के लिए किसी व्यक्ति को निम्नलिखित बातों का
ज्ञान होना आवश्यक है –
1. प्रोग्राम की अवधारणा और चरणों का ज्ञान।
2. किसी प्रोग्राम को अपनी भाषा में लिखने की क्षमता (एल्गोरिद्म)।
3. प्रोग्रामिंग हेतु प्रयुक्त शब्दावली और सामग्री को समझना।
4. प्रोग्रामिंग हेतु प्रयुत्क संकेतों और उनके संक्रम (syntax) को समझना।
5. किसी प्रोग्रामिंग भाषा का ज्ञान।
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