कोड मिश्रण और कोड परिवर्तन (Code mixing and Code switching)
प्रत्येक
मानव भाषा एक कोड है। देखें-
http://lgandlt.blogspot.com/2017/08/language-and-code.html?m=1
मानव
भाषाओं के ध्वनि प्रतीकों के माध्यम से संप्रेषण किया जाता है। आदर्श रूप में यही
संभावना की जाती है कि किसी व्यक्ति द्वारा एक प्रकार के संप्रेषण के लिए एक ही
भाषा (कोड) का प्रयोग किया जाएगा। किंतु सदैव ऐसा नहीं होता। वर्तमान बहुभाषी
परिदृश्य में तो ऐसा करना धीरे-धीरे असंभव हो गया है। सामन्यतः लोग कोई बात कहते
हुए एक भाषा के वाक्य में दूसरी भाषा के शब्दों का प्रयोग कर ही देते हैं, जैसे-
§ मैं संडे को मार्केट जाऊँगा।
इसमें
हिंदी वाक्य में अंग्रेजी शब्दों का कोड मिश्रण है।
जब
एक वाक्य के अंदर ही दूसरी भाषा के शब्दों का प्रयोग होता है तो उसे कोड मिश्रण और
जब एक भाषा कोई वाक्य बोलने या लिखने के अगला पूरा वाक्य दूसरी भाषा का होता है तो
इसे कोड परिवर्तन कहते हैं। जैसे-
§ आपका काम हो गया, यू कैन गो नाउ.
में
कोड परिवर्तन है।
कोड
मिश्रण और आगत शब्द (code mixing
and borrowed words)
कोड
मिश्रण के संदर्भ में ध्यान देने वाली बात है कि दूसरी भाषा के शब्द के लिए प्रथम
(मूल) भाषा में शब्द होने के बावजूद दूसरी भाषा के शब्द का प्रयोग कोड मिश्रण है, जैसे-
§ टेबल पर से मेरी पेन गिर गई।
इसमें
टेबल और पेन का प्रयोग कोड मिश्रण है,
किंतु दूसरी भाषा के शब्द के लिए प्रथम (मूल) भाषा में शब्द नहीं
होने पर दूसरी भाषा के शब्द का प्रयोग कोड मिश्रण नहीं है, जैसे-
§ मैंने स्टेशन से टिकट खरीदा।
इसमें
स्टेशन और टिकट का प्रयोग कोड मिश्रण नहीं है,
बल्कि ये हिंदी में प्रयुक्त होने वाले अंग्रेजी के आगत शब्द हैं।
कोड
मिश्रण के विश्लेषण में वक्ता का अभिमत,
intention, वक्ता श्रोता संबंध, विषय की
गंभीरता, समाज-सांस्कृतिक परिवेश आदि सबका ध्यान रखा जाता
है। केवल पाठ में दूसरी भाषा के शब्दों को गिना देना पर्याप्त नहीं है।
पुराना लेख पढ़ें- https://lgandlt.blogspot.com/2017/08/code-mixing-and-code-switching.html
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