नियम आधारित मशीनी
अनुवाद (Rule Based MT):
मशीनी अनुवाद की
इस पद्धति में शब्दकोश और व्याकरणिक नियमों का प्रयोग किया जाता है। इस पद्धति को सूत्र
रूप में निम्नलिखित प्रकार से दर्शा सकते हैं-
हिंदी :
नियम आधारित मशीनी
अनुवाद = शब्दकोश +
व्याकरणिक नियम
(डेटाबेस) (कोडिंग)
English :
(Rule Based MT)
= Lexicon + Grammatical Rules
(Database) (Coding)
मशीनी अनुवाद की
नियम आधारित विधि के तीन उपभेद हैं-
1. प्रत्यक्ष विधि (Direct Method)
§ सबसे प्रारंभिक
विधि
§ द्विभाषी
शब्दकोश + रूपिमिक संरचना & सतही वाक्य संरचना के नियम
§ समान प्रकार की
भाषाओं में सरल वाक्यों या सीमित पाठ के लिए उपयुक्त
उदाहरण =>
SYSTRAN
भोजपुरी-मराठी
राम घरे जात बा।
(राम घर जा
रहा है)
राम घरी जात
आहे।
2. अंतरण विधि (Transfer Method)
§ इसे परोक्ष विधि
(Indirect
method) भी कहते हैं।
§ तीन सोपान => विश्लेषण ->
अंतरण -> संश्लेषण ।
§ विश्लेषण => व्याकरणिक विश्लेषण ->
अमूर्त संरचना।
§ अंतरण => शब्दों और संरचना का
लक्ष्य भाषा में।
§ संश्लेषण => लक्ष्य भाषा का पाठ
निर्मित करना।
उदाहरण –
सूसी, गेता (SUSY and
GETA)
3. अंतरभाषा विधि (Interlingua Method)
§ यह अपेक्षाकृत
जटिल विधि है।
§ इसमें ‘स्रोत भाषा’ और ‘लक्ष्य भाषा’ के अलावा एक
मध्यस्थ भाषा की संकल्पना की गई है, जिसे ‘सार्वभौमिक भाषा’ (Universal language) कहते हैं।
§ प्रक्रिया-
‘स्रोत भाषा’ => मध्यस्थ भाषा (अंतरभाषा) => ‘लक्ष्य भाषा’
§ अंतरभाषा/ सार्वभौमिक
भाषा की संरचना :- ज्ञान निरूपण और आर्थी लक्षणों पर आधारित, जैसे-
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