आर्थी संजाल (Semantic Network) संकल्पनाओं के बीच संबंधों को व्यक्त या निरूपित करने वाला एक संजाल है जिसे ‘साँचा संजाल’ (frame network) भी कहा जाता है। अँग्रेज़ी में इसे दो रूपों में लिखा जाता है - semantic net और semantic
network. यह मुख्यत: प्रतिज्ञप्तिपरक सूचनाओं के संदर्भ में ज्ञान प्रतिरूपण की एक तकनीक है। इसी कारण कुछ विद्वानों द्वारा इसे प्रतिज्ञप्तिपरक संजाल भी कहा जाता है। इनके माध्यम से शब्दार्थों को आर्थी संबंधों के आधार पर एक दूसरे से सह-संबंधित किया जाता है और इस प्रकार से एक बड़ी संरचित इकाई का निर्माण किया जाता है।
यदि इसे ग्राफ के माध्यम से प्रदर्शित करें तो यह विभिन्न नोडों और उन्हें परस्पर सह-संबंधित करने वाले लिंकों के माध्यम से ज्ञान को निरूपित करने की एक तकनीक के रूप में प्राप्त होता है। इसमें नोड वस्तुओं (objects) को प्रदर्शित करते हैं और लिंक एकाधिक नोडों के बीच संबंधों को। प्रत्येक लिंक दिशा-निर्देशित होता है अर्थात् उसकी एक दिशा होती है। साथ ही प्रत्येक लिंक को एक लेबल प्रदान किया जाता है। अत: आर्थी जाल को एक दिशा निर्देशित ग्राफ के रूप में समझा जा सकता है। सामान्यत: चित्रण करते हुए इन्हें समझाने में नोडों को गोले या बॉक्स द्वारा प्रदर्शित किया जाता है और लिंक इनके बीच रेखाओं को खींचकर बनाए जाते हैं। चूंकि आर्थी संजालों में सभी नोड एक दूसरे से मिले हुए होते हैं अत: इन्हें सहचारी संजाल (Associative nets) भी कहा जाता है।
आर्थी संजाल ज्ञान को संरचित करते हुए निरूपित करने की एक तकनीक है। इसके माध्यम से निरूपित ज्ञान में जो नोड और लिंक होते हैं वे सूचनाओं को आरेखीय रूप में प्रस्तुत करते हैं तथा दो संकल्पनाओं के बीच तार्किक संबंध स्थापित करते हैं। एक ग्राफ के माध्यम से हम सूचनाओं को कैसे प्रदर्शित कर सकते हैं, इसे Matthew Huntbach के एक ग्राफ द्वारा देखा जा सकता है-
इस ग्राफ में निम्नलिखित सूचनाएँ संचित हैं –
Ø Tom is a cat.
Ø Tom caught a bird.
Ø Tom is owned by John.
Ø Tom is ginger in colour.
Ø Cats like cream.
Ø The cat sat on the mat.
Ø A cat is a mammal.
Ø A bird is an animal.
Ø All mammals are animals.
Ø Mammals have fur.
ज्ञान के प्रतिरूपण की इस विधि को मानव मस्तिष्क में निरूपित ज्ञान की विधि अधिक करीब माना गया है।
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