विश्व की प्राचीन लिपियाँ (Ancient Scripts of World)
विश्व की प्राचीन लिपियाँ मानव सभ्यता के सांस्कृतिक, बौद्धिक और
तकनीकी विकास का प्रतीक हैं। ये लिपियाँ लेखन की शुरुआत से जुड़ी हैं और विभिन्न
सभ्यताओं की भाषाओं, धर्मों और ज्ञान को संरक्षित करने का माध्यम बनीं।
नीचे विश्व की कुछ प्रमुख प्राचीन लिपियों का संक्षिप्त विवरण दिया गया है:
विश्व की प्रमुख प्राचीन लिपियाँ
| लिपि का नाम | क्षेत्र | काल (लगभग) | विशेषताएँ | 
| सुमेरीय लिपि
  (क्यूनिफॉर्म) | मेसोपोटामिया (इराक) | 3100 ई.पू. | विश्व की सबसे प्राचीन ज्ञात लिपि; मिट्टी की तख्तियों पर
  कीलाकार चिह्न | 
| मिस्री चित्रलिपि
  (हायेरोग्लिफ़िक्स) | प्राचीन मिस्र | 3000 ई.पू. | चित्रों के माध्यम से लेखन; धार्मिक ग्रंथों में
  प्रमुख | 
| हड़प्पा लिपि (सिंधु
  लिपि) | सिंधु घाटी, भारत-पाकिस्तान | 2600–1900 ई.पू. | अब तक अविकृत/अपठनीय; प्रतीकात्मक लिपि | 
| चीनी लिपि (ओरैकल बोन
  स्क्रिप्ट) | चीन | 1200 ई.पू. | हड्डियों पर खुदे
  भविष्यवाणी-संबंधी लेख; आधुनिक चीनी का आधार | 
| ब्रह्मी लिपि | भारत | 3री शताब्दी ई.पू. | भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे प्राचीन
  लिपि; अशोक के अभिलेख | 
| खरोष्ठी लिपि | उत्तर-पश्चिम भारत | 3री शताब्दी ई.पू. | अरामी प्रभाव; दाएँ से बाएँ लिखी
  जाती है | 
| फोनीशियन लिपि | लेबनान, सीरिया | 1050 ई.पू. | वर्णमाला की जननी मानी जाती है; यूनानी, लैटिन आदि की पूर्वज | 
| यूनानी लिपि | ग्रीस | 9वीं शताब्दी ई.पू. | फोनीशियन से प्रेरित; वैज्ञानिक और दार्शनिक
  ग्रंथ | 
| अरामी लिपि | पश्चिम एशिया | 800 ई.पू. | पश्चिमी एशिया की प्रमुख लिपि; यहूदी, खरोष्ठी, सीरियक पर प्रभाव | 
| माया लिपि | मध्य अमेरिका | 300 ई.पू. | चित्रलिपि + ध्वन्यात्मक लिपि; खगोलीय और कैलेंडर
  ग्रंथ | 
 
 
 
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