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Monday, September 30, 2019

चयनित प्रतिभागियों की सूची

क्र.सं.
नाम
पदनाम/कोर्स
विभाग
संस्था
1.       
Dr.Sunil K MOON
associate professor
e&tc
pict,pune
2.       
Priti Vilasrao Bhagat
assistant professor
computer science & engineering
dmietr, sawangi(m), wardha
3.       
Dr. Smita A. Nagtode
asso. prof. , electronics & telecommunication engineering dept.
electronics & telecommunication engineering
datta meghe institute of engineering, technology & research, wardha
4.       
Shimpli G. Dhale
assistant professor
information technology
dmietr, sawangi(m), wardha
5.       
Pranoti Shende(Mude)
assistant professor
computer science and engineering
datta meghe institute of engineering, technology and research
6.       
priya shailesh kadam
ph-d language technology
linguistics and language technology
m.g.a.h.v. wardha
7.       
DR.shailesh Maraji kadam
assistant professor
distance education, mgahv, wardha
mgahv, wardha
8.       
इन्द्र कुमार पांडेय
पी-एच.डी.
भाषा विज्ञान एवं भाषा प्रौद्योगिकी
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा
9.       
Dr Gajendra R.Bamnote
professor & head
department of computer science & engineering
prof ram meghe institute of technology & research, badnera
10.   
Prashant Shende
assistant professor
electronics & telecommunication engg.
rtm nagpur university/dmietr wardha
11.   
Satyendra Kumar
ph.d.
language technology
mgahv, wardha
12.   
SWAPNIL JAIN
assistant professor/e&tc engg
dept of e&tc engg
datta meghe institute of engineering technology & research,sawangi(m),wardha
13.   
Tufan singh pardhi
phd
(informatics and language engineering )
mahatma gandhi antarrashtriya hindi vishwavidyalaya, wardha
14.   
AMOL KUNDLIK SAPKAL
assistant professor
electronics and telecommunication engg
datta meghe institute of engineering technology and research wardha
15.   
संदीप कुमार वर्मा
सहायक आचार्य
जनसंचार विभाग
.गां.अं.हिं.वि., वर्धा
16.   
Dr. Milind Patil
post doctoral fellow
translation studies
mgahv, wardha
17.   
Kapil V. Gawande
phd (informatics and language engineering)
information and language engineering centre
mahatma gandhi antarrashtriya hindi vishwavidyalaya,wardha
18.   
धीरेन्द्र यादव
पी-एच. डी. (सूचना एवं भाषा अभियांत्रिकी केंद्र)
सूचना एवं भाषा अभियांत्रिकी केंद्र
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा
19.   
उपेन्द्र कुमार
पी- एच. डी.
भाषाविज्ञान एवं भाषा प्रौद्योगिकी विभाग
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा
20.   
javed shekh
m.phil (computational linguistics)
center for information & language engineering
mahatma gandhi antarrashtriya hindi vishwavidyalaya wardha

पूरी सूची देखने के लिए विश्वविद्यालय के इस लिंक पर जाएँ-
http://www.mgahv.in/pdf/gen/gen2019/list_of_candidates.Pdf

Sunday, September 29, 2019

भाषा और साहित्य


भाषा और साहित्य
भाषा क्या है? (परिभाषा, विशेषताएँ)
साहित्य क्या है?
साहित्य एक भाषिक कला है। जब हम कलात्मक रूप से कोई भाषिक अभिव्यक्ति इस तरह से करते हैं कि उसमें सौंदर्य होता है और इस कारण उसे बार-बार पढ़ा या देखा जा सकता है तो वह साहित्य है।
भाषा + कलात्मकता = साहित्य
कलात्मकता = सौंदर्य, सहित भाव (समाज के हित का भाव) à नैतिक शिक्षा, वस्तुस्थिति-दर्शन, संदेश।


वेन आरेख-
प्रश्न- वह कौन-सा तत्त्व है जो भाषा को साहित्य बनाता है? या कलात्मक सौंदर्य उत्पन्न करता है?
उत्तर- शैली ।
शैली (Style) – जब व्यवहार में सामान्य से हटकर नई विधि का प्रयोग किया जाता है तो उसे शैली कहते हैं। जब भी किसी व्यवहार क्षेत्र में एक से अधिक विधियाँ विकसित होती हैं तो वहाँ प्रयोक्ता को चुनने की सुविधा मिल जाती है। अतः एक से अधिक विधियों में से किसी एक का चयन शैली है, जैसे- भारतीय शैली, पाश्चात्य शैली।
भाषा और साहित्य की दृष्टि से देखें तो जब सामान्य भाषिक व्यवहार से हटकर नई विधि से लेखन किया जाता है तो उत्पन्न होने वाली रचना सामान्य भाषिक बात न होकर साहित्य बन जाती है। भाषाविज्ञान में शैली के रूप में उन तत्वों का अध्ययन किया जाता है जो एक भाषिक रचना को साहित्य बना देते हैं। इसके लिए शैलीविज्ञान नामक शाखा कार्य करती है।

शैलीविज्ञान में शैली का विश्लेषण मुख्य रूप से दो प्रतिमानों के माध्यम से किया जाता है- अग्रप्रस्तुति और शैलीचिह्नक। अग्रप्रस्तुति के चार अभिकरण होते हैं- विचलन, समानांतरता, विपथन और विरलता।

भाषा और मन



इसका अध्ययन मनोभाषाविज्ञान के अंतर्गत किया जाता है। मानव मन भाषा का आधार है। इसमें अध्ययन-विश्लेषण के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं-
·       भाषा अर्जन (Language Acquisition)- मानव शिशु द्वारा परिवेश से मातृभाषा को स्वतः सीखना।
भाषा अर्जन के चरण – बबलाना (Babbling), एक शब्दीय उच्चारण, द्विशब्दीय उच्चारण, खंडित वाक्य, वाक्य।
Critical Period- वह समयावधि जिसमें भाषा का इनपुट आवश्यक है। 06 माह से 06 साल।
·       भाषा अधिगम (Language Learning)- औपचारिक शिक्षण के माध्यम से सीखाए जाने पर भाषा सीखना।
·       मस्तिष्क में भाषा क्षेत्र – ब्रोका क्षेत्र = भाषा उत्पादन (बोलना और लिखना), वरनिके क्षेत्र = भाषा बोधन (समझना)
नोट: ब्रोका और वरनिके दोनों डॉक्टर थे।


भाषा संबंधी मनोविकार –
·       अफेजिया (Aphasia)- ब्रोका अफेजिया, वरनिके अफेजिया
·       डिमेंशिया (Dementia)- short term memory loss
·       हकलाना
·       तुतलाना
·       Alzheimer (उम्र के साथ भूलने की बिमारी)
आदि।
          भाषा बोधन – हम भाषिक अभिव्यक्तियों को कैसे समझते हैं।
          प्रमस्तिष्क प्रधानता (cerebral dominance) – मस्तिष्क का बायाँ भाग दाएँ भाग से अधिक सक्रिय या प्रधान होता है।