तेरहवें नंबर पर दी गई बात विपथन है।
 अब इसकी जगह नीचे दिए गए चित्र को देखें। इसमें भी वाक्य के अंत में प्रयुक्त शब्दावली में अक्षर के स्तर पर समानांतरता है, किंतु इसके बावजूद यह साहित्य नहीं है क्योंकि यह समानांतरता कलात्मक ना होकर सूचनात्मक है
-
 प्रोफेसर, केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा 
Professor, Kendriya Hindi Sansthan, Agra
(Managing Director : Ms. Ragini Kumari)
प्रोफेसर, केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा 
Professor, Kendriya Hindi Sansthan, Agra
(Managing Director : Ms. Ragini Kumari)
No comments:
Post a Comment