जापानी में बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इनका प्रयोग दो प्रकार से किया जा सकता है- संज्ञा के विशेषक के रूप में एवं विधेय के रूप में। जापानी वाक्य रचना में विशेषणों की अत्यंत विशिष्ट व्यवस्था प्राप्त होती है। ये कभी संज्ञा की विशेषता बताते हैं तो कभी क्रियाविशेषण के रूप में क्रिया की। साथ ही इनके नकारात्मक रूप भी बनते हैं। अत: इन्हें ध्यान से समझने की आवश्यकता है।
जापानी में प्राप्त विशेषणों की शब्द रचना के आधार पर दो वर्ग किए जाते हैं: い形容詞 (इकेइयोउशि) इकारांत विशेषण और な形容詞 (नाकेइयोउशि) नाकारांत विशेषण। इकारांत विशेषण वे हैं जिनके अंत में ‘इ’ आता है, जैसे: 美しい (उत्स्कुशि) सुंदर आदि। नाकारांत विशेषण वे हैं जिनके अंत में ‘ना’ आता है, जैसे: 静かな (शिजुकाना) शांत आदि। इकारांत विशेषणों के संदर्भ में याद रखने वाली बात यह है कि इनमें अंत में ‘एइ’ नहीं आता, जैसे: ‘きれいな’ (किरेइना) इकारांत विशेषण नहीं है।
इनके दोनों प्रकारों को इस प्रकार से देख सकते हैं-
- जापानी में इकारांत विशेषण ('i' Ending Adjectives i...
- जापानी में नाकारांत विशेषण ('Na' Ending Adjectives...
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