हिरागाना (ひらがな) लिपि (Hiragana Script)
यह जापानी की आधारभूत लिपि है जो ध्वन्यात्मक वर्ण व्यवस्था पर आधारित है। इसमें जापानी भाषा की सभी ध्वनियों का प्रतिनिधित्व किया जाता है। इस लिपि में जापानी के किसी भी शब्द या वाक्य को लिखा जा सकता है। सामान्य प्रयोगों एवं शब्द योजकों आदि को इसी लिपि में लिखा जाता है। कभी-कभी कांजी शब्दों को भी समझाने के लिए हिरागाना में लिखा जाता है। सामान्यत: कठिन कांजी शब्दों (या कम प्रचलित कांजी शब्दों) का उच्चारण हिरागाना में भी दिया जाता है जिससे कि उन्हें समझा जा सके। अत: हिरागाना को सीखना जापानी सीखने के लिए बहुत आवश्यक है। इसके वर्णों को देवनागरी व रोमन उच्चारण के साथ आगे दिया जा रहा है:
わ |
ら |
や |
ま |
は |
な |
た |
さ |
か |
あ |
व |
र |
य |
म |
ह |
न |
त |
स |
क |
अ |
wa |
ra |
ya |
ma |
ha |
na |
ta |
sa |
ka |
a |
ゐ |
り |
い |
み |
ひ |
に |
ち |
し |
き |
い |
वि |
रि |
इ |
मि |
हि |
नि |
चि |
शि |
कि |
इ |
wi |
ri |
i |
mi |
hi |
ni |
chi |
shi |
ki |
i |
う |
る |
ゆ |
む |
ふ |
ぬ |
つ |
す |
く |
う |
उ |
रु |
यु |
मु |
हु/फु |
नु |
त्सु |
सु |
कु |
उ |
u |
ru |
yu |
mu |
hu/fu |
nu |
tsu |
su |
ku |
u |
ゑ* |
れ |
え |
め |
へ |
ね |
て |
せ |
け |
え |
वे |
रे |
ए |
मे |
हे |
ने |
ते |
से |
के |
ए |
we |
re |
e |
me |
he |
ne |
te |
se |
ke |
e |
を |
ろ |
よ |
も |
ほ |
の |
と |
そ |
こ |
お |
वो |
रो |
यो |
मो |
हो |
नो |
तो |
सो |
को |
ओ |
wo |
ro |
yo |
mo |
ho |
no |
to |
so |
ko |
o |
*
= आजकल इस ध्वनि का प्रयोग नहीं किया जाता।
(नोट: इन ध्वनियों के उच्चारण के बारे में एक बात ध्यान देने योग्य है कि
हिंदी के सापेक्ष अ, क, स, त, न, ह, म, य, र और व तो देखें तो इनका उच्चारण न तो ‘अ’ के रूप में होता है और ना ही ‘आ’ के रूप में। दोनों के बीच में होता है। इस कारण
इन्हें केवल ‘अ’ या ‘क’ न पढ़ें और ‘आ’ या ‘का’ भी न पढ़ें। दोनों के
बीच का उच्चारण करें।)
अन्य ध्वनियाँ :
उपर्युक्त के अलावा अनुस्वार या अनुनासिक के लिए ‘ん’ का प्रयोग किया जाता है। इसके साथ ही जापानी में प्रयुक्त होने वाले कुछ अन्य चिह्न इस प्रकार हैं:
っ = इसका प्रयोग जिस वर्ण के पूर्व किया जाता है उस वर्ण का उच्चारण आधा+पूरा हो जाता है, जैसे: って = त्ते।
ゝ = यह पुनरुक्ति चिह्न है। जिस वर्ण के पश्चात इसका प्रयोग किया जाता है उसका उच्चारण दो बार होगा, जैसे: さゝき = ससकि।
゛ = (दाकुतें) किसी वर्ण का घोषीकरण करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। हिंदी के सापेक्ष इसे देखें वर्णमाला के प्रथम वर्ण की जगह तृतीय वर्ण हो जाता है। जिन ध्वनियों या वर्णों के साथ यह प्रयुक्त होता है उन्हें नीचे दिया जा रहा है:
か (क) का が (ग)
さ (स) का ざ (ज)
た (त) का だ (द)
は (ह) का ば (ब)
इस प्रकार इन वर्णों के भी पाँचों रूप बनते हैं जिन्हें नीचे दिया जा रहा है:
ば |
だ |
ざ |
が |
ब |
द |
ज़ |
ग |
び |
ぢ |
じ |
ぎ |
बि |
दि |
जि |
गि |
ぶ |
づ |
ず |
ぐ |
बु |
दु |
जु |
गु |
べ |
で |
ぜ |
げ |
बे |
दे |
जे |
गे |
ぼ |
ど |
ぞ |
ご |
बो |
दो |
जो |
गो |
゜ = (हांदाकुतें) इसका प्रयोग ‘は’ (ह) के साथ किया जाता है जहाँ इसका उच्चारण ‘ぱ’ (प) हो जाता है। इसके निम्नलिखित रूप निर्मित होंगे:
ぱ |
ぴ |
ぷ |
ぺ |
ぽ |
प |
पि |
पु |
पे |
पो |
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