प्रेरणार्थक रूप : जापानी क्रियाओं के प्रेरणार्थक रूप ‘-उ’ से समाप्त होने वाली क्रियाओं में ‘असेरु’ और ‘-रु’ से समाप्त होने वाली क्रियाओं में ‘ससेरु’ का प्रयोग किया जाता है। इसे निम्नलिखित तालिका में देखा जा सकता है:
-う (-उ) |
-わせる(वसेरु) |
使う(त्सुकु) प्रयोग करना |
使わせる(त्सुकासेरु) |
-く (-कु) |
-かせる (-कासेरु) |
歩く (अरुकु) चलना |
歩かせる(अरुकासेरु) |
-ぐ (-गु) |
-がせる (-गासेरु) |
泳ぐ(ओयोगु) तैरना |
泳がせる(ओयोगासेरु) |
-す (-सु) |
-させる (-ससेरु) |
示す (शिमेसु) दिखाना |
示させる (शिमेसासेरु) |
-つ (-त्सु) |
-たせる (-तासेरु) |
待つ (मात्सु) प्रतीक्षा करना |
待たせる(मातासेरु) |
उदाहरण :
1)
宿題をさせる。 (शुकुदाइ ओ सासेरु.) मैंने उससे गृहकार्य कराया।
2)
先生が子供に勉強をさせた。 (संसेइगा कोदोमोनि बेंकियोवो सासेता.) अध्यापक ने बच्चे से पढ़वाया।
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