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Monday, March 21, 2022

भारत में द्विभाषिकता और बहुभाषिकता (Bilingualism and Multilingualism in India)

 भारत में द्विभाषिकता और बहुभाषिकता (Bilingualism and Multilingualism in India)

जिस देश में 1600 से अधिक भाषाएँ बोली जा रही हों, उसके एकभाषी होने की कल्पना नहीं की जा सकती। लगभग संपूर्ण भारतीय समाज द्विभाषी या बहुभाषी है। कुछ आदिवासी समुदायों को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी क्षेत्रों में सभी समुदायों द्वारा एक से अधिक भाषाओं का प्रयोग किया जाता है। ये भाषाएँ वहाँ की मूल भाषा या मातृभाषा और उसके साथ लगी हुई क्षेत्रीय भाषा अथवा भारत की राजभाषा हिंदी या अंग्रेजी होती हैं। भारत के लगभग सभी राज्यों में एक से अधिक भाषाओं का व्यवहार किया जाता है इसे भारत की जनगणना 2011 की रिपोर्ट में निम्नलिखित लिंक पर विस्तार से देखा जा सकता है-

 Statement 3 : Distribution of 10,000 persons by Language - India, States and Union Territories - 2011

 इस लिंक पर भी हुई रिपोर्ट का एक नमूना इस प्रकार से भेज सकते हैं-

 

 इससे स्पष्ट है कि भारत के  सभी राज्य बहुभाषी हैं, जहाँ पर एक से अधिक भाषाओं का प्रयोग किया जाता है।

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