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Thursday, March 3, 2022

भाषा सर्वेक्षण से जुड़े हुए विषय

 भाषा सर्वेक्षण से जुड़े हुए विषय

भाषा सर्वेक्षण मुख्यतः 03 विषयों से संबंधित है-

(1) समाजभाषाविज्ञान (Sociolinguistics)

(2) भाषा भूगोल (Geographical linguistics/Geolinguistics)

(3) बोलीविज्ञान (Dialectology)

 

संक्षिप्त परिचय

(1) समाजभाषाविज्ञान (Sociolinguistics)

समाजभाषाविज्ञान भाषा का सामाजिक परिप्रेक्ष्य में अध्ययन करता है। इसके अंतर्गत अध्ययन-विश्लेषण के मुख्य विषय- भाषा और समाज, सामाजिक वर्गों (आयु, वर्ग, क्षेत्र, शिक्षा, व्यवसाय आदि) के आधार पर भाषा भेद, कोड मिश्रण, कोड परिवर्तन, द्विभाषिकता (Bilingualism), बहुभाषिकता (Multilingualism), भाषा प्रभुत्व (Language Dominance), भाषा अंतरण (Language Shift), संकटापन्न भाषा (Endangered Language), भाषा मृत्यु (Language Death), भाषा अनुरक्षण (Language Maintenance) आदि विषयों का अध्ययन किया जाता है।

(2) भाषा भूगोल (Geographical linguistics/Geolinguistics)

भाषा भूगोल का संबंध किसी भौगोलिक क्षेत्र विशेष में प्रचलित भाषाओं संबंधी विविध पक्षों का अध्ययन करना है।

Saussure के अनुसार , "it deals primarily with the study of linguistic diversity across lands, of which there are two kinds: diversity of relationship, which applies to languages assumed to be related; and absolute diversity, in which case there exists no demonstrable relationship between compared languages."

ई-पी.जी. पाठशाला के इस लिंक पर भाषा भूगोलके बारे में विस्तार से पढ़ें- http://epgp.inflibnet.ac.in/epgpdata/uploads/epgp_content/S000018HI/P001757/M023482/ET/1506596902HND_P5_M34_Bhashabhugol.pdf

 

(3) बोलीविज्ञान (Dialectology)

बोलीविज्ञान को भाषा भूगोल की एक शाखा की तरह ही देखा गया है। इसकी एक और उपशाखा सामाजिक बोलीविज्ञान (Social Dialectology) नाम से भी विकसित हो गई है। इसी प्रकार ग्रामीण और शहरी (Rural and Urban) बोलीविज्ञान की भी बात की जाती है।

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