भाषा की परिभाषाएँ
भाषा की कुछ परिभाषाएँ निम्नलिखित हैं-
हिंदी के विद्वानों के अनुसार-
(1) देवेंद्रनाथ शर्मा
जिसकी सहायता से मनुष्य परस्पर परस्पर विचार-विनिमय
या सहयोग करते हैं उस यादृच्छिक रूढ़ ध्वनि-संकेत प्रणाली को भाषा कहते हैं।
भाषाविज्ञान की भूमिका,
1972
(2) भोलानाथ तिवारी
भाषा उच्चारण-अवयवों से उच्चरित मूलतः प्रायः
यादृच्छिक (arbitrary) ध्वनि-प्रतीकों
की वह व्यवस्था है,
जिसके द्वारा किसी भाषा-समाज के लोग आपस में विचारों का आदान-प्रदान करते हैं।
भाषाविज्ञान,
1951
(3) बाबूराम सक्सेना
जिन ध्वनि चिह्नों द्वारा मनुष्य परस्पर
विचार-विनिमय करता है,
उनको समष्टि रूप में भाषा कहते हैं।
सामान्य भाषाविज्ञान,
1953
(4) कामताप्रसाद गुरु
भाषा वह साधन है,
जिसके द्वारा मनुष्य अपने विचार दूसरों पर भली-भाँति प्रकट कर सकता है और दूसरों के
विचार आप स्पष्टतया समझ सकता है।
हिंदी व्याकरण,
1920
पश्चिमी विद्वानों के अनुसार
(1)
Aristotle
Speech is the representation of the
experience of the mind.
(2) F.D.
Saussure
Language is an arbitrary system of signs
constituted of the signifier and signified.
Course in General
Linguistics, 1916
(3) Edward Sapir
Language is a purely human and
non-instinctive method of communicating ideas, emotions, and desires by means of
a system of voluntarily produced sounds.
Language. An
introduction to the study of speech, 1921
(4) L. Bloomfield
The totality of the utterances that can be
made in a speech community is the language of that speech community.
Language, 1933
(5) Bloch and Trager
A language is a system of arbitrary vocal
sounds by means of a social group cooperates.
Outline of
Linguistic Analysis,1942
(6) Noam Chomsky
A language is a set of (finite or infinite)
sentences, each finite length and constructed out of a finite set of elements.
Syntactic
Structures, 1957
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