मानव
मशीन अंतरक्रिया (Man Machine Interaction-MMI)
समय
के साथ दिन-प्रति-दिन मनुष्य के दैनिक कामकाज में मशीनों की उपयोगिता बढ़ती जा रही है।
प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हो रहे नित नए शोधों और अविष्कारों से मशीनों की क्षमता
एवं गुणवता में निरंतर वृद्धि हो रही है। अभी तक सामान्य स्थिति यही है कि मानव साधक
है और मशीन साधन है, किंतु तकनीकी जगत में हो रहे शोध
धीरे-धीरे मानव और मशीन के बीच संबंधों को उस स्थान पर ले जा रहे हैं, जहाँ दोनों के बीच अंतरक्रिया भी की जा सके।
Association
for Computing Machinery (ACM) ने मानव मशीन अंतरक्रिया को इस प्रकार
परिभाषित किया है- "a discipline concerned with the design,
evaluation and implementation of interactive computing systems for human use
and with the study of major phenomena surrounding them".
Hewett;
Baecker; Card; Carey; Gasen; Mantei; Perlman; Strong; Verplank. "ACM
SIGCHI Curricula for Human–Computer Interaction". ACM SIGCHI. Archived
from the original on 17 August 2014. Retrieved
15 July 2014.
मानव
मशीन अंतरक्रिया के दो पक्ष हैं-
· सामान्य
प्रयोग की युक्तियों (devices), जैसे- steering
wheel, automobile pedal और button आदि में मशीनों
का नियंत्रण।
· मानव
कंप्यूटर अंतरक्रिया (Human–computer interaction)
इनमें
से वर्तमान तकनीकी विकास का मुख्य संदर्भ मानव कंप्यूटर अंतरक्रिया (Human–computer
interaction) का ही है। इसका उद्देश्य ऐसी कंप्यूटर तकनीकें विकसित
करना है, जिनके माध्यम से मानव प्रयोक्ताओं और मशीनी अंतरापृष्ठ
के बीच संवाद स्थापित हो सके।
कंप्यूटर
के विकासक्रम में हम देख सकते हैं कि पहले Character User Interface-CUI के माध्यम से प्रयोक्ता कंप्यूटर के साथ अभिक्रिया करते थे। यह कंप्यूटर की
उपयोगिता को न केवल सीमित कर देता था, बल्कि प्रयोक्ताओं के लिए
निर्देशों (commands) को याद रखना भी कठिन काम था।
Graphical
User Interface-GUI का विकास मानव कंप्यूटर अंतरक्रिया की दिशा में एक
बड़ा कदम था। इससे कुछ शिक्षित आम आदमी द्वारा भी कंप्यूटर का परिचालन संभव हो सका और
कंप्यूटर हमारे दैनिक जीवन में वह स्थान बना सका, जो आज है।
वर्तमान
में शोधकर्ताओं द्वारा बड़े पैमाने पर Voice user interfaces (VUI) की दिशा में काम किया जा रहा है। इससे मशीनों को मानव भाषाओं में बोलकर आदेश
दे पाना संभव हो सकेगा। अभी इस प्रकार की कुछ युक्तियाँ (devices), जैसे- एलेक्सा, गूगल असिस्टैंट आदि यह काम कर रही हैं, किंतु उनसे कुछ त्रुटियाँ होने की संभावना बनी रहती है। जिस गति से इस दिशा
में शोध हो रहा है, यह निश्चित है कि शीघ्र ही Voice
user interfaces (VUI) से युक्त कंप्यूटर युक्तियाँ हमारे दैनिक क्रियाकलापों
की भागीदार होंगी।
मानव
कंप्यूटर अंतरक्रिया (Human–computer interaction) का
अंतिम लक्ष्य ऐसी रोबोटिक युक्तियाँ बनाना है जो मनुष्य के साथ सीधे-सीधे संवाद कर
सकें। स्टीफेन हॉकिंस को Motor Neuron disease होने के बाद उनके
द्वारा प्रयुक्त मशीन इसका अच्छा उदाहरण है।
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