सर्वनाम शब्दों की पद (रूप) संरचना
सर्वनाम वे शब्द हैं जो
संज्ञा शब्दों के स्थान पर आते हैं तथा उन्हीं की तरह कार्य करते हैं,
बस ये किसी के नाम नहीं होते। वाक्य में सर्वनाम ओ द्वारा संज्ञा का
ही पर कार्य संपन्न किया जाता है यही कारण है कि वाक्य स्तर पर सर्वनामों से बनने
वाले पदबंध को संज्ञा पदबंध के रूप में ही समझा जाता है। संख्या की दृष्टि से किए
जाने वाले वर्गीकरण में सर्वनाम को सीमित (close) वर्ग के
अंतर्गत रखा जाता है, क्योंकि किसी भी भाषा में सर्वनामों की
संख्या बहुत ही सीमित होती है।
हिंदी में पुरुषवाचक
सर्वनामों की संख्या केवल 07 है जिन्हें हम मूल
सर्वनाम भी कहते हैं। इन सर्वनामों के साथ यदि निजवाचक, संबंधवाचक,
प्रश्नवाचक, निश्चयवाचक और अनिश्चयवाचक
सर्वनामों को को भी जोड़ लिया जाए तो इनकी संख्या 15 से
अधिक नहीं होती। हिंदी के मूल सर्वनाम इस प्रकार हैं-
(क) पुरुषवाचक (मूल)
सर्वनाम
· प्रथम/उत्तम पुरुष - मैं, हम
· मध्यम पुरुष - तू, तुम
और आप
· अन्य पुरुष - वह, वे (यह,
ये)
इनके अलावा शेष सर्वनामों
को इस प्रकार से समझ सकते हैं-
(ख) निजवाचक सर्वनाम -
अपना, खुद
(ग) संबंधवाचक सर्वनाम
- जो
(घ) प्रश्नवाचक सर्वनाम
- क्या, कौन
(ङ) निश्चयवाचक सर्वनाम - यह, वह
(च) अनिश्चयवाचक सर्वनाम - कोई, कुछ
सर्वनाम शब्दों का
रूप-निर्माण उनके साथ किए जाने वाले परसर्गों के योग से होता है। जब सर्वनाम
शब्दों के साथ परसर्ग जोड़े जाते हैं तो कुछ सर्वनामों के साथ रूपिमिक परिवर्तन भी
होते हैं तथा कुछ के साथ नहीं होते। सर्वनाम की रूप संरचना या पद संरचना के संदर्भ
में एक बात महत्वपूर्ण है कि सर्वनामों के जो भी रूपसाधित रूप बनते हैं,
वे एक समान नहीं होते। उन रूपों में भिन्नता इतनी अधिक होती है कि
विविध प्रकार के रूपों को निर्माण को नियमों के माध्यम से समझाने के बजाय सभी
रूपों की सूची निर्मित कर देना अधिक सरल कार्य होता है। यहां ध्यान रखने वाली बात
है कि सर्वनाम ओं की संख्या भी बहुत कम है अतः सूची निर्माण में कोई समस्या नहीं
आती।
हिंदी सर्वनाम
ओके सभी शब्द रूपों को इस प्रकार से देख सकते हैं-
सर्वनाम |
(परसर्ग) ने, को, से, के लिए, का/की/के (रा/री/रे) में पर (+ही) |
वह |
वह, उस,
उसने, उसको, उसे,
उससे, उसका, उसकी,
उसके, उसमें, उसपर,
उसी, वही |
वे |
वे, उन,
उन्होंने, उनको, उन्हें,
उनसे, उनका, उनकी,
उनके, उनमें, उनपर,
उन्हीं |
तुम |
तुम, तुमने,
तुमको, तुम्हें, तुमसे,
तुम्हारा, तुम्हारी, तुम्हारे,
तुममें, तुमपर, तुम्हीं |
तू |
तू, तूने,
तुझको, तुझे, तुझसे,
तेरा, तेरी, तेरे,
तुझमें, तुझपर, तुझी |
आप |
आप, आपने,
आपको, आपसे, आपका,
आपकी, आपके, आपमें,
आपपर, आप ही |
मैं |
मैं, मैंने,
मुझको, मुझे, मुझसे,
मेरा, मेरी, मेरे,
मुझमें, मुझपर, मुझी |
हम |
हम, हमने,
हमको, हमें, हमसे,
हमारा, हमारी, हमारे,
हममें, हमपर, हम्हीं |
यह |
यह, इस,
इसने, इसको, इसे,
इससे, इसका, इसकी,
इसके, इसमें, इसपर,
इसी, यही |
ये |
ये, इन,
इन्होंने, इनको, इन्हें,
इनसे, इनका, इनकी,
इनके, इनमें, इनपर,
इन्हीं |
जो |
जो, जिस,
जिसने, जिसको, जिसे,
जिससे, जिसका, जिसकी,
जिसके, जिसमें, जिसपर,
जिन, जिन्होंने, जिन्हें,
जिनसे, जिनका, जिनकी,
जिनके, जिनमें, जिनपर,
जिन्हीं |
कौन |
कौन, किस,
किसने, किसको, किसे,
किससे, किसका, किसकी,
किसके, किसमें, किसपर,
किसी किन, किन्होंने, किन्हें,
किनसे, किनका, किनकी,
किनके, किनमें, किनपर,
किन्हीं |
अतः हिंदी सर्वनामों की
उपर्युक्त सूची तथा इनके इन रूपों के निर्माण की प्रक्रिया हिंदी के सर्वनामों की
रूप संरचना या पद संरचना का विवेच्य विषय है।
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