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Thursday, April 21, 2022

MGAHV प्रवेश 2022

 महात्मा गांधी अंतराष्ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय के स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश व अर्हता संबंधी जानकारी हेतु

http://hindivishwa.org/pdf/CUET_UG_2022_NTA_Entrance_MGAHV_Prog_Criteria_Guide.pdf


Monday, April 18, 2022

प्रेम : जैविक (biological) आवश्यकता

 स्रोत दैनिक भास्कर

पूरा पढ़ें-

https://www.bhaskar.com/international/news/love-updates-is-love-necessary-in-life-says-neuroscientist-stephanie-artig-129678304.html?ref=inbound_More_News

बुक में बताया गया है कि जब हमें प्रेम मिल जाता है, तो यह जैविक आतिशबाजी की तरह होता है। हमारी धड़कन बढ़ जाती है। प्यार से हॉर्मोन ऑक्सीटोसिन का स्तर बढ़ता है। यह हमें जुड़ा हुआ महसूस कराता है। इससे न्यूरोट्रांसमीटर नॉरपेनेफ्रिन का स्तर बढ़ता है। इससे हमें समय का ध्यान नहीं रहता। एड्रेनालाइन का स्तर भी बढ़ता है। इससे बॉडी के मौजूद सेल फैल जाते हैं और चेहरे पर चमक आने लगती है। ऑर्टिग बताती हैं कि डोपामाइन के रिलीज होने से आपको उत्साह का अनुभव होता है। आप एक-दूसरे की नकल करने लगते हैं। ऐसा मिरर न्यूरॉन्स सक्रिय होने के चलते होता है।

अपने शौक से प्यार करके भी अकेलेपन से लड़ा जा सकता है।
अपने शौक से प्यार करके भी अकेलेपन से लड़ा जा सकता है।

अपने जुनून, शौक से प्यार करना भी अकेलेपन के खिलाफ विरोध करने जैसा है
ऑर्टिग बताती हैं कि प्रेम एक जैविक आवश्यकता है। ठीक पानी, व्यायाम या भोजन की तरह। यह शोध मुझे आश्वस्त कराता है कि एक स्वस्थ प्रेम जीवन अच्छे आहार की तरह जरूरी है। इसमें आपका प्रिय साथी, दोस्त, परिवार, यहां तक ​​​​कि पसंदीदा खेल टीम भी शामिल हो सकती है। आप अपने जीवन से प्रेम करते हैं तो जरूरी नहीं कि यह किसी जिंदा इंसान से ही हो। आप अपने जुनून, शौक से प्यार करते हैं, तो यह भी अकेलेपन के खिलाफ विरोध करने जैसा है।

प्यार सुपरपावर की तरह महसूस कराता है
ऑर्टिग बताती हैं कि इससे आपके सेरोटोनिन का स्तर गिर जाता है, जो भूख को नियंत्रित करता है। जब हम अपने साथी के साथ होते हैं तो कई मुश्किल कामों के करने की शक्ति मिलती है। इसके और भी सकारात्मक नतीजे मिल सकते हैं, जैसे दर्द खत्म हो जाता है, याददाश्त और कई कामों में रुचि बढ़ जाती है। प्यार सुपरपावर की तरह महसूस कराता है, जो दिमाग को विकसित करता है।

Sunday, April 17, 2022

कृत्रिम बुद्धि (Artificial Intelligence- AI)

(1) कृत्रिम बुद्धि क्या है? (What is Artificial Intelligence)

(2) कृत्रिम बुद्धि (AI) : परिचय

(3) क्या है आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस? (BBC)

(4) आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस की एबीसीडी

(5) कृत्रिम बुद्धि के स्तर (Levels of Artificial intelligence)

(6) कृत्रिम बुद्धि और भाषा संसाधन (AI and Language Processing)

(7) मशीनी अधिगम (Machine Learning-ML)

(8) मशीनी अधिगम/गहन अधिगम की प्रक्रिया (Process of ML/DL)

(9) मशीनी अधिगम और भाषा संसाधन (ML and Language Processing)

(10)      डेटा विज्ञान (Data Science)

(11)      ज्ञान निरूपण (Knowledge Representation)

(12)      कंप्यूटर दृष्टि (Computer Vision)

(13)      कृत्रिम बुद्धि और हिंदी में भाषा प्रौद्योगिकी की संभावनाएँ

(14)      रैखिक अनुवर्धन (Linear Regression-LR)

(15)      AI में है फास्ट ग्रोथ, डेटा साइंस करेगा बेस मजबूत

(16)      आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस क्या सच में इंटेलिजेंट हो ...

(17)      बच्चे : अल्फा जनरेशन

(18)      ChatGPT से टक्कर लेगा गूगल का 'बार्ड' चैटबॉट

(19)      सर्च इंजन में अब AI फीचर जोड़ेगी गूगल

(20)      ChatGPT क्या है?

(21)      कितने प्रकार की इंटेलिजेंस

(22)      शिक्षण में प्रयुक्त हो सकने वाले कुछ ऑनलाइन कृत्रि...

(23)      ऑटर ए.आई. (Otter AI)

(24)      क्विलबॉट (Quillbot)

(25)      AI Writer

(26)      eSpeak

(27)      ChatGPT

(28)      Predicate logic

(29)      डिजिटल क्रांति में बदलता यथार्थ और हम : NTP

(30)      गूगल और दूसरे सर्च इंजन (BBC)

(31)      डिजिटल वॉइस असिस्टेंट  (BBC) 

(32)      क्या घर के हर काम से छुटकारा दिला पाएगा रोबोट (BBC)

(33)      रोबोट सोफ़िया सऊदी अरब की नागरिक है... (BBC)

(34)      अब टीवी पर समाचार पढ़ेंगे आर्टिफ़िशयल न्यूज़ एंकर (BBC)

(35)      आप सोचेंगे और कंप्यूटर दे देगा जानकारीदिमाग (हिंदुस्तान)

(36)      क्या इंसानी बुद्धिमत्ता का स्वर्णयुग आ चुका है?

(37)      डिजिटल असिस्टेंट

(38)      मेंटल हेल्थ चैटबॉट

(39)      मेटावर्स : वर्चुअल रियलिटी का नया संस्करण

(40)      नई ब्रेन चिप से संगीत सीधे दिमाग तक पहुंचेगा

 संदर्भ (References):

(1) Introduction to Artificial Intelligence

(2) Artificial Intelligence (AI): Recent Trends and Applications

(3) Understanding Artificial Intelligence

(4) Artificial Intelligence: An Introduction

(5)    हिंदी का संगणकीय व्याकरण : धनजी प्रसाद


Tuesday, April 12, 2022

Monday, April 11, 2022

कार्पस में बारंबरता गणना (Frequency Counting) और शब्द छांटना (word sorting)

 कार्पस में बारंबरता गणना (Frequency Counting) और शब्द छांटना (word sorting)

कार्पस किसी भाषा के वास्तविक व्यवहार से संकलित भाषायी सामग्री के विशाल संकलन होते हैं। अतः ये मात्रात्मक (quantitative) और गुणात्मक (qualitative) दोनों ही दृष्टि से विश्लेषण के योग्य होते हैं। वैसे तो भाषा की संरचना इतनी जटिल और वैविध्य पूर्ण है कि इसमें गुणात्मक विश्लेषण ही अधिक उपयोगी होता है। मात्रात्मक विश्लेषण के माध्यम से भाषा संरचना संबंधी बहुत कम ही बातें स्पष्ट हो पाती हैं, किंतु इसके बावजूद कार्पस भाषाविज्ञान, कंप्यूटेशनल भाषाविज्ञान और गणितीय भाषाविज्ञान जैसे विषयों में कार्पस के मात्रात्मक विश्लेषण का भी विशेष महत्व है। कार्पस का मात्रात्मक विश्लेषण करने के लिए कुछ आवश्यक प्रक्रियाएँ की जाती हैं। आवृत्ति/बारंबरता गणना (Frequency Counting) उनमें से एक प्रमुख कार्य है।

 किसी कार्पस के अंतर्गत संकलित पाठ में आए शब्दों तथा वाक्यों की आवृत्ति की गणना शब्द आवृत्ति गणना (WFC) कहलाती है। इसके लिए आवृत्ति गणक (Frequency Counter) नामक टूल का प्रयोग किया जाता है। इस टूल के माध्यम से एक क्लिक में अत्यंत सरलतापूर्वक की जा सकती है। सभी कार्पस निर्माणकर्ता अपने कार्पस में शब्दों की आवृत्ति की गणना हेतु इस प्रकार के टूल्स का प्रयोग करते हैं। ऐसे टूल  का मुख्य कार्य है-

§  किसी कार्पस में आए सभी एकल/अद्वितीय शब्दों (Unique Words) को अलग अलग करना तथा  कार्पस में उनकी आवृत्ति प्रस्तुत करना

इस प्रकार निर्मित सूची की सार्टिंग भी की जा सकती है, जो चार प्रकार से की जाती है। इन्हें दो वर्गों में रखकर समझ सकते हैं-

(क) वर्णात्मक  छाँटना (alphabetical sorting)

§  वर्णानुक्रम में (हिंदी के लिए अकारादिक्रम) अंग्रेजी के लिए a to z

§  प्रति-वर्णानुक्रम में - उपर्युक्त का विपरीत क्रम

(ख) संख्यात्मक छाँटना (numerical sorting)

§  सर्वाधिक आवृत्ति से न्यूनतम आवृत्ति के क्रम में

§  न्यूनतम आवृत्ति से सर्वाधिक अभी तक के क्रम में

 उदाहरण के लिए एलटीआरसी, आईआईटी हैदराबाद द्वारा अपने कार्पस के शब्दों के शब्द आवृत्ति गणना करते हुए उन्हें इस प्रकार से प्रस्तुत किया गया है-

word       count

          1478

है          1378

के          1304

में          1174

,          1057

से          819

की         666

और        566

हैं          511

का         507

को         489

"          415

(          376

)          374

हो          293

पर         260

एक         231

जाता        225

किया        214

या         214

नहीं        213

यह         209

भी         196

कि         181

-          175

कर         152

तथा        148

लिए        147

सकता       147

होता        146

वायरस      144

डेंगू         141

उपचार       137

तक         137

रूप         136

था         136

कम        134

गया        130

(संदर्भ- https://ltrc.iiit.ac.in/downloads/kolhi/data/hindi_diseases_word_frequency_list.txt)

 मैंने स्वयं एक शब्द आवृत्ति गणक बनाया है, जिसमें कितने भी पाठों को डालकर उनमें आए हुए शब्दों  की आवृत्ति की गणना की जा सकती है। इसका एक उदाहरण दर्शनीय है-


........................................................................

सुसंगतता (concordance)

सुसंगतता (concordance)

किसी शब्द को उसके वास्तविक व्यवहार में संदर्भ के साथ देखना सुसंगतता के अंतर्गत आता है। अंग्रेजी में इसकी एक परिभाषा इस प्रकार से देख सकते हैं –

“An alphabetical index of the principal words in a book or the works of an author with their immediate contexts.”

(संदर्भ- https://www.merriam-webster.com/dictionary/concordance) 

कार्पस भाषाविज्ञान में कार्पस में किसी भी शब्द के प्रयोग संबंधी संदर्भों को देखा जा सकता है। इसके लिए एक सॉफ्टवेयर या टूल का प्रयोग किया जाता है, जिसे ‘concordance tool’ कहते हैं। यह सॉफ्टवेयर किसी शब्द का इनपुट देने पर कार्पस में उसके सभी प्रयोग वाले वाक्यों को एक साथ प्रस्तुत कर देता है। जिन वाक्यों में वह शब्द पाया जाता है वे वाक्य ‘concordance line’ कहलाते हैं। concordance खोज का एक उदाहरण इस प्रकार से देखा जा सकता है-

(संदर्भ- https://www.researchgate.net/figure/2-Concordance-lines-of-the-personal-pronoun-you_fig1_315582723)